Bengaluru Techie Suicide: बेंगलुरु में इंजीनियर के लिए सपनों का घर बना काल, सुसाइड नोट में पड़ोसी और अधिकारियों पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

Bengaluru Techie Suicide: पुलिस जांच के अनुसार, यह मामला 2018 का है, जब मुरली ने नल्लूरहल्ली में नंबियार के एक रिश्तेदार से 40x60 वर्ग फुट का प्लॉट खरीदा था। जब उन्होंने अपने सपनों का घर बनाना शुरू किया, तो विवाद बढ़ गया। उनसे बिना किसी वजह के ही 20 लाख रुपए की डिमांड की गई

अपडेटेड Dec 04, 2025 पर 11:37 AM
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व्हाइटफील्ड के इंटरनेशनल टेक पार्क में कार्यरत मुरली गोविंदराजू बुधवार की सुबह नल्लूरहल्ली स्थित अपने घर की दूसरी मंजिल पर मृत पाए गए थे

Bengaluru Techie Suicide: बेंगलुरु में एक 45 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर मुरली गोविंदराजू ने इस सप्ताह अपने निर्माणाधीन घर में आत्महत्या कर ली। गोविंदराजू ने अपने फ्लैट में एक विस्तृत सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उन्होंने एक पड़ोसी परिवार और नागरिक अधिकारियों पर व्यवस्थित उत्पीड़न और जबरन वसूली का आरोप लगाया है, जिसने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया। बता दें कि व्हाइटफील्ड के इंटरनेशनल टेक पार्क में कार्यरत मुरली गोविंदराजू बुधवार की सुबह नल्लूरहल्ली स्थित अपने घर की दूसरी मंजिल पर मृत पाए गए। वे दो छोटी बच्चियों के पिता थे।

मुरली की मां, लक्ष्मी गोविंदराजू द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत और 10 पेज के सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने एक विवाहित जोड़े, शशि नंबियार (64) और ऊषा नंबियार (57) को गिरफ्तार किया है। इन पर भारतीय न्याय संहिता के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने और जबरन वसूली का आरोप लगाया गया है। पुलिस नंबियार दंपति के बेटे वरुण की भी तलाश कर रही है।

क्या है पूरा मामला?


पुलिस जांच के अनुसार, यह मामला 2018 का है, जब मुरली ने नल्लूरहल्ली में नंबियार के एक रिश्तेदार से 40x60 वर्ग फुट का प्लॉट खरीदा था। जब उन्होंने अपने सपनों का घर बनाना शुरू किया, तो विवाद बढ़ गया। लक्ष्मी गोविंदराजू ने व्हाइटफील्ड पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया कि नंबियार दंपति ने 'उत्पीड़न और प्रताड़ित करना शुरू कर दिया' और बार-बार ₹20 लाख की मांग की। उनके इनकार करने पर, ऊषा नंबियार ने नागरिक निकाय (पहले BBMP, अब GBA - ग्रेटर बेंगलुरु अथॉरिटी) के अधिकारियों को शामिल किया ताकि उनके बेटे को निशाना बनाया जा सके।

पीड़ित मां ने शिकायत में कहा, 'मेरे बेटे ने मुझे बताया कि आज ₹20 लाख देने की आखिरी तारीख थी।' इस अल्टीमेटम का सामना करते हुए, मुरली सुबह लगभग 6 बजे ब्रुकबोंग लेआउट स्थित अपने घर से निकले और निर्माण स्थल पर जाकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में सरकारी अधिकारियों पर भी आरोप

सुसाइड नोट में नंबियार परिवार पर कुछ GBA अधिकारियों के साथ मिलकर 'उन्हें प्रताड़ित करने' का आरोप लगाया गया है। उन्होंने मुरली पर अनुमोदित भवन योजना का उल्लंघन करने का दावा किया और इस बात का इस्तेमाल ₹20 लाख की रिश्वत मांगने के लिए किया ताकि 'मामले को दबाया जा सके।' पुलिस ने पुष्टि की कि ऊषा नंबियार की शिकायत के बाद GBA ने वास्तव में मुरली को नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्हें बुधवार को (जिस दिन उनकी मृत्यु हुई) प्राधिकरण के सामने पेश होने का निर्देश दिया गया था।

सामुदायिक उत्पीड़न की हो रही जांच

पुलिस की जांच ने अब व्यापक मोड़ ले लिया है, क्योंकि वे नंबियार दंपति के पिछले आचरण की भी जांच कर रहे हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने TOI को बताया कि कई स्थानीय निवासियों ने आगे आकर गिरफ्तार दंपति पर इसी तरह के व्यवहार का पैटर्न अपनाने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर, वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऊषा नंबियार इलाके में कई घरों के निर्माण के संबंध में एक स्वयंभू कार्यकर्ता के रूप में काम करती थीं। उन्होंने अन्य संभावित पीड़ितों से आगे आने और आधिकारिक शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया है।

शशि और ऊषा नंबियार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया और 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस वरुण नंबियार का पता लगाने और टेककर्मी के सुसाइड नोट में फंसे नागरिक अधिकारियों की सटीक भूमिका की जांच कर रही है।

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