Dharamshala Paragliding: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में धर्मशाला के पास इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर रविवार को एक दुखद हादसे में गुजरात के 27 वर्षीय पर्यटक सतीश राजेश की जान चली गई। वह पायलट सूरज के साथ टैंडम पैराग्लाइडिंग कर रहे थे। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद पैराग्लाइडर का संतुलन बिगड़ गया और वह खाई में जा गिरा। हादसे का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
गंभीर रूप से घायल सतीश को पहले धर्मशाला के अस्पताल ले जाया गया, फिर टांडा मेडिकल कॉलेज, कांगड़ा रेफर किया गया, जहां सोमवार को उनकी मौत हो गई। पायलट सूरज का इलाज अब भी जारी है। धर्मशाला पैराग्लाइडिंग हादसे को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) हितेश लखनपाल ने जानकारी दी कि मृतक सतीश राजेश के परिवार को सूचित कर दिया गया है और पोस्टमार्टम के बाद शव उन्हें सौंप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि घटना की पूरी जांच के आदेश दिए गए हैं ताकि यह साफ हो सके कि हादसे में कोई लापरवाही या सुरक्षा नियमों का उल्लंघन तो नहीं हुआ।
मानसून के समय हुआ ये हादसा
स्थानीय थाना प्रभारी (एसएचओ) को इस मामले की जाँच सौंपी गई है। साथ ही, पर्यटन विभाग को भी पत्र भेजकर आंतरिक समीक्षा की माँग की गई है। यह हादसा ऐसे समय हुआ है जब 15 जुलाई से मानसून के चलते क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग और अन्य गतिविधियों पर मौसमी रोक लगने वाली है। इस घटना ने एक बार फिर इलाके में एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
30 महीनों में 12 लोगों की गई जान
धर्मशाला में हुई ताज़ा पैराग्लाइडिंग दुर्घटना से पहले भी इसी साल जनवरी में गुजरात की एक और पर्यटक, भावसार खुशी की इसी उड़ान स्थल पर टेंडम पैराग्लाइडिंग के दौरान गिरने से मौत हो गई थी। उसी महीने इस क्षेत्र में दो और जानलेवा हादसे हुए थे। पिछले 30 महीनों में हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडिंग से जुड़ी घटनाओं में अब तक 12 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि इनमें से कई हादसे उन लोगों के साथ हुए जो मुफ्त में उड़ान भरने की कोशिश में बिना स्थानीय मौसम, हवा की दिशा और क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति को समझे जोखिम वाले इलाकों में चले जाते हैं।