Y Puran Kumar Suicide: हरियाणा के सीनियर IPS अधिकारी वाई पूरन कुमार ने मंगलवार (7 अक्टूबर) को आत्महत्या कर लिया। हरियाणा के वर्तमान अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) वाई पूरन कुमार ने मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर खुद को गोली मार ली। उन्होंने कथित तौर पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही चंडीगढ़ पुलिस की सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। पुलिस टीमों और फोरेंसिक विशेषज्ञों को घटनास्थल पर भेजा गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
वाई पूरन कुमार की पत्नी हरियाणा कैडर की IAS अधिकारी हैं। वह अभी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर हैं। चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने बताया, "आज दोपहर करीब 1:30 बजे चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित मकान नंबर 116 से कथित आत्महत्या की सूचना मिली।" उन्होंने आगे कहा, "मृतक की पहचान हरियाणा कैडर के आईपीएस (2001 बैच) पूरन कुमार के रूप में हुई है। सीएफएसएल टीम मौके पर है और आगे की जांच जारी है।"
उनकी पत्नी अमनीत पी कुमार हरियाणा कैडर की सीनियर आईएएस अधिकारी हैं। वाई पूरन कुमार का परिवार चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में रहता है। घटना के समय कुमार की पत्नी अमनीत घर पर नहीं थीं। वह वर्तमान में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में एक आधिकारिक प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान में हैं।
अमनीत विदेश सहयोग विभाग में सचिव के पद पर आयुक्त के पद पर तैनात हैं। उनके बुधवार सुबह तक घर पहुंचने की उम्मीद है। ऐसी भी खबरें हैं कि कुमार ने सोमवार को एक बंदूकधारी से बंदूक छीन ली थी। उनकी बेटी को यह बंदूक तहखाने में मिली थी। उन्होंने सोमवार को अपने गनमैन से जबरदस्ती बंदूक ले ली थी।
बताया जा रहा है कि वाई पूरन कुमार ने अपने घर के बेसमेंट में जाकर खुद को गोली मारी है। उनका बेसमेंट साउंडप्रूफ है। इसके चलते गोली चलने की आवाज बाहर नहीं आई। काफी देर बाद उनकी बेटी ने नीचे जाकर देखा तो पिता की लाश पड़ी थी। साथ ही पास में रिवॉल्वर भी पड़ी थी।
इसके बाद उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। पूरन कुमार हरियाणा कैडर के एक सम्मानित अधिकारी थे। वह अपने कार्यकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। उनके आकस्मिक निधन की खबर से पुलिस और प्रशासनिक सेवाओं में शोक की लहर दौड़ गई है। अधिकारियों ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 2001 बैच के अधिकारी रोहतक के सुनारिया स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में महानिरीक्षक पद पर कार्यरत थे।