Haryana IPS Suicide Case: हरियाणा के सीनियर आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी दिवंगत वाई पूरन कुमार के कथित आत्महत्या मामले में एक नया मोड़ आ गया है। न्यूज 18 के मुताबिक, रोहतक जबरन वसूली मामले को देख रहे जांच अधिकारी संदीप कुमार लाठर की मंगलवार (14 अक्टूबर) को मौत हो गई। जांच अधिकारी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
CNN-न्यूज18 ने लाठर के सुसाइड नोट और वीडियो को एक्सेस किया है। इसमें उन्होंने एडीजीपी वाई पूरन कुमार के स्टाफ अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, जिन्होंने 7 अक्टूबर को अपने आवास में कथित तौर पर खुद को गोली मार ली थी। न्यूज 18 के मुताबिक, पूरन कुमार के गनमैन को हाल ही में वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की जांच एएसआई संदीप कुमार कर रहे थे।
लेकिन उन्होंने भी अब खुदकुशी कर ली है। बताया जा रहा है कि रोहतक में साइबर सेल में तैनात एएसआई संदीप कुमार ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या कर ली। उन्होंने तीन पेज का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज भी छोड़ा है। संदीप कुमार ने अपने तीन पेज के सुसाइड नोट मे दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पूरन कुमार भ्रष्ट अधिकारी थे।
लाठर ने आरोप लगाया है कि एडीजीपी का स्टाफ अधिकारी पूरी तरह से भ्रष्ट था। उनका दावा है कि अधिकारी भ्रष्ट अधिकारियों की नियुक्ति कर रहा था। जाति के आधार पर उनका तबादला कर रहा था। लाठर ने आगे आरोप लगाया कि सभी लोग पैसे के लेन-देन में शामिल थे। अधिकारियों ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
यह घटनाक्रम हरियाणा पुलिस के लिए एक और सनसनीखेज घटना है। पिछले हफ्ते से ही 52 वर्षीय 2001 बैच के भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी पूरन कुमार की कथित आत्महत्या के बाद कड़ी जांच के घेरे में है। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) शत्रुजीत कपूर को इस मामले के बाद छुट्टी पर भेज दिया गया है। वह मृतक कुमार द्वारा कथित तौर पर लिखे गए सुसाइड नोट में नामित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों में से एक हैं।
हरियाणा सरकार ने आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी वाई पूरन कुमार की कथित आत्महत्या मामले को लेकर विपक्ष के हमले के बीच राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) शत्रुजीत कपूर को छुट्टी पर भेज दिया है। सरकार ने इससे पहले रोहतक के पूर्व पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया का तबादला कर दिया था।
2001 बैच के IPS अधिकारी कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ के सेक्टर-11 स्थित अपने आवास पर कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने आठ पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था। इसमें हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर और रोहतक के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजारणिया सहित आठ वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव, मानसिक उत्पीड़न, सार्वजनिक अपमान तथा अत्याचार का आरोप लगाया गया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जेटली ने कहा, "हां, सरकार ने डीजीपी को छुट्टी पर भेज दिया है।" एक आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि डीजीपी रैंक के 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी ओ पी सिंह को शत्रुजीत कपूर की छुट्टी अवधि के दौरान डीजीपी हरियाणा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
कुमार की पत्नी और भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी अमनीत पी कुमार ने अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में कपूर और बिजारणिया के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की है। कुमार का अब तक पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार नहीं किया गया है, क्योंकि परिजनों ने उनकी मांगें पूरी न होने तक इसके लिए सहमति देने से इनकार कर दिया है।
चंडीगढ़ पुलिस ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया है। पिछले कुछ दिनों में कई राजनीतिक नेताओं ने सेक्टर 24 स्थित उनके आवास पर जाकर संवेदना व्यक्त की है। इस बीच विपक्ष ने राज्य सरकार पर हमला तेज कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह पीड़ित परिवार से मुलाकात की। हरियाणा सरकार और चंडीगढ़ के अधिकारी कुमार की पत्नी को मनाने का प्रयास कर रहे हैं।