India-Pakistan Conflict: 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंक के सफाए के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाए पाकिस्तानी सेना ने भारत पर पलटवार करने की कोशिश की पर उसे यहां मुंह की खानी पड़ी। वहीं ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत से हर मोर्चे में पिछड़े पाकिस्तान ने अमेरिका से सीजफायर तक की गुहार लगाया। वहीं 10 मई को सीजफायर होने के बाद आज पहली बार भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) – लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और मेजर जनरल काशिफ चौधरी के बीच बातचीत हुई।
दोनों देशों के DGMO के बीच यह बातचीत शनिवार को हुए संघर्ष विराम समझौते के बाद हुई है। इस समझौते के तहत दोनों देशों ने चार दिनों तक चली सैन्य तनातनी, ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य गतिविधियों को रोकने का फैसला लिया।
LoC पर शांति बहाल करने को लेकर हुई चर्चा
सेना के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इस बातचीत में संघर्ष विराम को अमल में लाने के तरीके पर चर्चा हुई। इसमें अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर शांति बनाए रखने के उपायों पर जोर दिया गया। बातचीत के दौरान ड्रोन से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को भी पाकिस्तान की ओर से उठाया गया। यह बैठक पहले दोपहर 12 बजे होनी थी, लेकिन बाद में इसे टाल कर शाम 5 बजे शुरू किया गया। हालांकि बातचीत के अंतिम नतीजे अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।
गौरतलब है कि 7 मई की सुबह भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। इसके बाद जो भी जवाबी सैन्य कार्रवाई हुई, वह इसी ऑपरेशन का हिस्सा थी।