IndiGo Crisis: इंडिगो का फ्लाइट ऑपरेशन में समस्या अभी भी जारी है। इस पर एक स्टेटस रिपोर्ट जारी करते हुए कंपनी ने कहा कि उसकी 'क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप' (CMG) समस्या की 'बारीकी से निगरानी' कर रही है। एयरलाइन ने दावा किया कि उसकी प्रमुख प्राथमिकताएं 100 प्रतिशत ऑपरेशन कैपेसिटी बहाल करना, समय पर सूचना सुनिश्चित करना और प्रभावित यात्रियों के लिए रिफंड में तेजी लाना है।
एयरलाइन ने बताया कि संकट शुरू होने के बाद से उसका बोर्ड नियमित रूप से बैठक कर रहा है। 4 दिसंबर को पहली बैठक में बोर्ड ने एक CMG का गठन किया, जो वर्तमान स्थिति से संबंधित सभी मामलों की देखरेख के लिए तब से हर दिन बैठक कर रही है। एयरलाइन ने कहा कि वह अपने नेटवर्क को पूरी क्षमता पर वापस लाने के लिए 'चौबीसों घंटे' काम कर रही है।
केन्द्रीय मंत्री ने संकट के लिए एयरलाइन को ठहराया जिम्मेदार
इसी बीच राज्यसभा में नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने यात्रियों को हो रही व्यापक असुविधा पर खेद व्यक्त किया, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि सरकार इस मुद्दे को 'हल्के में नहीं ले रही है'। उच्च सदन में बहस के दौरान बोलते हुए, मंत्री नायडू ने संकट के लिए सीधे तौर पर एयरलाइन की आंतरिक प्रणालियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'इंडिगो संकट उसके क्रू रोस्टर और आंतरिक नियोजन प्रणालियों की समस्याओं के कारण उत्पन्न हुआ। इंडिगो को अपने दिन-प्रतिदिन के संचालन के माध्यम से क्रू रोस्टर का प्रबंधन करना था।'
'FDTL पर कोई समझौता नहीं'
मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह व्यवधान उड़ान ड्यूटी समय सीमा (FDTL), जो पायलट और केबिन क्रू के काम के घंटों को सीमित करने वाला सुरक्षा ढांचा है, में किसी भी तरह की ढील या गलत अनुप्रयोग के कारण नहीं हुआ। उन्होंने संसद को बताया, 'हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि FDTL को ठीक से लागू किया जाए, और उस मोर्चे पर कोई समझौता नहीं किया गया है।'