Nepal Gen Z Protest: पड़ोसी देश में हिंसक प्रदर्शन के बाद भारत-नेपाल सीमा पर हाई अलर्ट, यूपी के इन जिलों में सुरक्षा बढ़ी

Nepal Gen Z Protest News: आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों की सीमा नेपाल सीमा लगती है, जहां सशस्त्र सीमा बल और स्थानीय पुलिस सुरक्षा निगरानी करती हैं

अपडेटेड Sep 08, 2025 पर 8:02 PM
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Nepal protests News: नेपाल में जारी हिंसक विरोध-प्रदर्शन में अब तक 19 लोगों की मौत हो गई है

Protests In Nepal Today News Updates: पड़ोसी देश नेपाल में शुरू हुए युवाओं के हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश के महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों की सीमा नेपाल सीमा लगती है, जहां सशस्त्र सीमा बल (SSB) और स्थानीय पुलिस सुरक्षा निगरानी करती हैं। आधिकारिक सूत्रों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया है कि नेपाल में जारी विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। पड़ोसी देश में मृतकों की संख्या 19 हो गई है।

पीटीआई के मुताबिक, बलरामपुर जिले में नेपाल में चल रहे आंदोलन को देखते हुए सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। उधर से आने जाने वालों की कड़ी नजर रखी जा रही है। बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विकास कुमार ने सोमवार को बताया कि नेपाल में चल रहे आंदोलन को देखते हुए सीमा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खुफिया एजेंसियों को विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन के जरिए निगरानी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में सभी पुलिसकर्मियों को सतर्कता बरतने के विशेष निर्देश दिए गए हैं। कुमार ने पीटीआई को बताया कि सीमा से लगे सभी थानों पर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया हैपड़ोसी राष्ट्र नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लगे प्रतिबंध के बाद फैले बवाल के चलते बहराइच में सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने भारत नेपाल सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी हैनेपाल में लगे प्रतिबंध से सीमावर्ती भारतीय क्षेत्र में रह रहे भारतीयों में भी भारी निराशा है।


नेपाल सरकार ने तीन सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब समेत 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाया था। इस प्रतिबंध के बाद 18 से 30 साल के युवाओं की अगुआई में नेपाल के विभिन्न इलाकों में प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसने बाद में हिंसक रूख अख्तियार कर लिया।

सशस्त्र सीमा बल 42वीं वाहिनी के सेनानायक गंगा सिंह उदावत ने पीटीआई से कहा, "बहराइच जनपद से सटे नेपाली इलाकों में विशेष अशांति की खबर नहीं थी। रूपईडीहा बार्डर से सटे नेपाल राष्ट्र के नेपालगंज कस्बे में हल्के-फुल्के विरोध प्रदर्शन की जानकारी मिली थीयहां से काफी दूर स्थित नेपाली क्षेत्रों में बड़ी अशांति की खबरें मिली हैंइसके मद्देनजर हमने अपने इलाके में एहतियातन सीमा पर गश्ती बढ़ा दी है।"

उन्होंने बताया, "नेपाल से आने जाने वाले मुख्य मार्गों के अतिरिक्त गांवों एवं जंगल से नेपाल को जोड़ने वाली पगडंडियों पर नाकों की संख्या बढ़ाई गयी है। एसएसबी के जवानों को सीमा पर 24 घंटे गश्ती के निर्देश दिए गए हैं। सीमा पर तैनात श्वान दस्ते, 'फेस रिकाग्निशन डिवाइस' तथा 'आटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर डिवाइस' पर तैनात तकनीकी विशेषज्ञ जवानों को खास सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।"

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नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने के विरोध में राजधानी काठमांडू और कुछ अन्य इलाकों में सोमवार को युवाओं ने हिंसक प्रदर्शन किया। इसके दौरान कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। जबकि 200 अन्य लोग घायल हो गए। काठमांडू में हालात को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों को सेना को तैनात करना पड़ा। काठमांडू में 'जेन जी' के बैनर तले स्कूली छात्रों समेत हजारों युवा संसद भवन के सामने इकट्ठा हुए और प्रतिबंध को तुरंत हटाने की मांग करते हुए सरकार विरोधी नारे लगाए।

Akhilesh Nath Tripathi

Akhilesh Nath Tripathi

First Published: Sep 08, 2025 7:59 PM

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