Operation Guddar: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सोमवार (8 सितंबर) को मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए। आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान दो जवान भी शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा बलों ने गुडार वन क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तलाश अभियान शुरू किया। उन्होंने बताया कि तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाए जाने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकियों में से एक के पाकिस्तानी नागरिक होने का संदेह है। मुठभेड़ में सेना का एक मेजर भी घायल हो गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों ने गुडार जंगल में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद तलाश अभियान शुरू किया। तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाए जाने के बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान मुठभेड़ में दो जवान घायल हो गए, जिनकी पहचान सूबेदार प्रभात गौड़ और लांस नायक नरेंद्र सिंधु के रूप में हुई। इसके अलावा सेना का एक मेजर भी घायल हो गया। गौड़ और सिंधु की मौत हो गई, जबकि मेजर की हालत स्थिर बताई गई है।
सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "जम्मू कश्मीर पुलिस को खुफिया सूचना मिलने के बाद भारतीय सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने कुलगाम के गुडार जंगल में संयुक्त तलाश अभियान चलाया।"
पोस्ट में कहा गया कि सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और आतंकवादियों को ललकारा। इसपर आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद दोनों ओर से भीषण गोलीबारी हुई और एक आतंकवादी मारा गया। वहीं एक जूनियर कमीशन अधिकारी घायल हो गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों में से एक स्थानीय था। जबकि दूसरा विदेशी आतंकवादी था, जिसका कोड नाम 'रहमान भाई' था। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में सेना के तीन जवान घायल हो गए। इनमें से दो ने बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो आतंकवादी भी मारे गए। इससे पहले, कश्मीर जोन पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा था, "विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर कुलगाम के गुडार जंगल में मुठभेड़ शुरू हो गई है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी, सेना और सीआरपीएफ काम पर हैं। आगे की जानकारी बाद में दी जाएगी।"
अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन अभी जारी है। इससे पहले 13 अगस्त को भारतीय सेना ने उरी सेक्टर में घुसपैठ की एक कोशिश को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया था। इससे कुछ ही दिन पहले इसी क्षेत्र में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान हवलदार अंकित कुमार शहीद हो गए थे।
भारतीय सेना की चिनार कोर ने हवलदार अंकित कुमार को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी।