पालघर जिले के एक सरकारी स्कूल में बच्चों के साथ अजीब वाकया हुआ। स्कूल के टीचर ने बच्चों को पानी लाने के लिए कहा। लेकिन यह पानी एक किलोमीटर दूर से लाना था। पानी लाने में बच्चों को देर हो गई तो टीचर ने ना सिर्फ उसे डांटा। बल्कि उसे थप्पड़ भी मारा। यह घटना 14 नवंबर की है। इसके बाद पालघर के जिला परिषद स्कूल के छात्रों ने इसकी शिकायत की।
दरअसल ये पूरा मामला तब शुरू हुआ जब टीचर ने कुछ बच्चों को एक किलोमीटर दूर एक नदी से पानी लाने को कहा। इसके पीछे कुछ दूसरे बच्चों की टोली भी टीचर के कहने पर पानी लाने गई थी। लेकिन जब इन बच्चों ने देखा कि देर से आने पर एक स्टूडेंट की पिटाई हुई तो वो डर के मारे जंगल में भाग गए।
पालघर के स्कूल में टीचर की दादागिरी
टीचर की इस हरकत के बारे में जब बच्चों के पेरेंट्स को पता चला तो उन्होंने ग्राम पंचायत के साथ मिलकर शिकायत की। 17 नवंबर को एजुकेशन डिपार्टमेंट में टीचर लोकनाथ बालू जाधव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई। यह स्कूल जवाहर तालुका के जंभुलमाता में है।
पेरेंट्स की शिकायत है कि जाधव बच्चों से काम करवाते हैं और उन्हें डांटते-पीटते हैं।
एजुकेशन ऑफिसर सोनाली माटेकर ने कहा कि जाधव छठी से आठवीं तक के स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में एक रिपोर्ट मिली है और अब यह रिपोर्ट ऊपर के अधिकारियों को दे दी गई है।
कक्षा सातवीं और आठवीं के दो छात्रों को टीचर ने थप्पड़ मारा था क्योंकि उन्हें नदी से पानी लाने में देर हो गई थी। कक्षा आठवीं के एक छात्र ने कहा, "हमें एक किलोमीटर दूर से पानी लाने को कहा गया था। देर से आने पर मेरे दोस्तों की पिटाई हो रही थी इसलिए मैं डर के मारे जंगल में भाग गया।"
एक पेरेंट्स की शिकायत ये भी थी कि शनिवार को शिक्षक स्कूल नहीं आते हैं। लेकिन जब वो सोमवार को स्कूल आते हैं तो शनिवार के लिए अटेंडेंस पर मार्क कर देते हैं।