केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल का कार्यकाल एक ही कोशिश पर केंद्रित रहा है- व्यापारियों और आम लोगों की जिंदगी आसान बनाना। Network 18 के एडिटर-इन-चीफ राहुल जोशी को दिए खास इंटरव्यू में पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार ने 150 से ज्यादा पुराने बेकार कानून खत्म किए हैं, कई प्रक्रियाओं को आसान बनाया है और छोटे-मोटे उल्लंघनों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया है, ताकि लोगों को छोटी-छोटी गलती पर जेल न जाना पड़े।
गोयल ने कहा, "पहले दिन से ही प्रधानमंत्री ने ईमानदारी, पारदर्शिता और भरोसे पर ध्यान दिया है। आज नौकरी पाने के लिए किसी सिफारिश की जरूरत नहीं है। सरकार की यही ईमानदारी लोगों का विश्वास जीतने में सफल रही है।"
मंत्री ने जन विश्वास बिल को ‘दो तरफा भरोसे’ की पहल बताया। उन्होंने कहा कि इस कानून के तहत अब तक 355 प्रावधानों को अपराध की श्रेणी से बाहर किया जा चुका है। साथ ही, उनके मंत्रालय ने ऐसे 500 और प्रावधान पहचाने हैं, जिन्हें आगे अपराध-मुक्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "मकसद साफ है- कागजी काम और नियमों का बोझ कम किया जाए, ताकि व्यापारी अपने कारोबार पर ध्यान दे सकें और आम लोग आसानी से अपनी जिंदगी जी सकें।"
मांग बढ़ाने के लिए GST में कटौती
हाल ही में GST काउंसिल ने कोयला और लिग्नाइट पर टैक्स घटाने का फैसला किया है। इस पर गोयल ने कहा कि इसका समय इससे बेहतर नहीं हो सकता था। उनके अनुसार, यह कदम घरेलू मांग को बढ़ाएगा और निर्यातकों को वैश्विक टैरिफ से होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करेगा।
गोयल ने कहा, “GST में कटौती से न सिर्फ उपभोक्ताओं को फायदा होगा, बल्कि उद्योगों को भी प्रतिस्पर्धी बने रहने में मदद मिलेगी, जब हम अपने बाजारों का विस्तार करेंगे।” उन्होंने बताया कि भारत इस समय करीब 50 देशों के साथ नए निर्यात अवसरों पर बातचीत कर रहा है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ लिविंग
गोयल के मुताबिक, कानूनों को सरल बनाने से लेकर GST में सुधार तक, ये सभी कदम एक बड़े लक्ष्य का हिस्सा हैं- व्यापार करना आसान हो और आम लोगों की जिंदगी भी आसान बने।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री हमेशा मानते हैं कि भरोसा और पारदर्शिता ही सुशासन की नींव हैं। यही कारण है कि जनता का इस सरकार पर विश्वास है।”