Durgapur Student Rape Case: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले की जांच में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पश्चिम बंगाल पुलिस को अब संदेह है कि मेडिकल छात्रा के साथ केवल एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया, जबकि पीड़िता के दोस्त की भूमिका अभी भी संदेह के घेरे में है। ओडिशा की रहने वाली इस छात्रा के दोस्त को मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे इस मामले में कुल गिरफ्तारियों की संख्या छह हो गई है। पुलिस अब मौके पर मौजूद सभी लोगों की भूमिका की गहनता से जांच कर रही है।
आसनसोल-दुर्गापुर के पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी ने मंगलवार शाम एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सभी संदिग्धों को शिकायत दर्ज होने के दो दिन के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने पीड़िता का गोपनीय बयान भी दर्ज किया है और कॉलेज के पास परानागंज जंगल में घटनास्थल का मुआयना किया गया है।
पुलिस को है सहपाठी वासिफ अली पर संदेह
आयुक्त चौधरी ने स्पष्ट किया कि 'पीड़िता के सहपाठी की भूमिका संदेह से परे नहीं है।' उन्होंने बताया कि घटना की रात सहपाठी द्वारा पहने गए कपड़ों को जब्त कर लिया गया है और सभी आरोपियों के DNA सैंपल की जांच की जाएगी। पीड़िता के सहपाठी वासिफ अली पर पुलिस को शुरू से ही संदेह था। हालांकि, शुरुआती शिकायत में उसका नाम नहीं था, लेकिन पीड़िता के गोपनीय बयान के दौरान उस पर आरोप लगे। उससे बार-बार पूछताछ की जा रही है ताकि उसकी सटीक संलिप्तता स्पष्ट हो सके।
पुलिस आयुक्त चौधरी ने कहा कि एकत्र किए गए सबूतों और पीड़िता के बयान के आधार पर, यह प्रतीत होता है कि केवल एक ही व्यक्ति ने दुष्कर्म किया। हालांकि, अन्य शेष संदिग्धों की भूमिका की पुष्टि अभी की जा रही है। फोरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार है।
पीड़िता और उसके परिवार ने की आरोपियों पर सख्त सजा की डिमांड
पीड़िता के पिता के अनुसार, वह अपने सहपाठी के साथ रात के खाने के लिए कैंपस से बाहर गई थी, जब यह भयानक घटना हुई। उन्होंने बताया कि रात 8 से 9 बजे के बीच दो या तीन युवकों ने उन पर हमला किया, जबकि उनका सहपाठी कथित तौर पर उन्हें छोड़कर भाग गया। पीड़िता की मां ने बताया कि हमलावरों ने दुष्कर्म के बाद उनका मोबाइल फोन छीन लिया और उसे वापस करने के लिए ₹3,000 की मांग की। उन्होंने चुप रहने पर जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस आयुक्त चौधरी ने परिवार को आश्वासन दिया है कि जरूरत पड़ने पर उन्हें व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान की जाएगी। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी पीड़िता की मां को अपराधियों के लिए सख्त सजा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, जांच तेजी से जारी है और सभी की निगाहें फोरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिनसे आरोपियों की भूमिका और साक्ष्य स्पष्ट हो सकेंगे।