Punjab School Holiday: पंजाब सरकार ने राज्य के कई जिलों में आई बाढ़ की वजह से तीन सितंबर तक सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की है। इससे पहले पंजाब सरकार ने 27 से 30 अगस्त तक सभी स्कूलों में छुट्टियां घोषित की थीं। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के साथ-साथ मौसमी छोटी नदियों में उफान की वजह से पंजाब में बाढ़ की स्थिति है। बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित गांवों में गुरदासपुर, पठानकोट, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिले शामिल हैं।
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा, "पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों और बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर राज्य के सभी सरकारी/सहायता प्राप्त/मान्यता प्राप्त और निजी विद्यालयों के लिए तीन सितंबर, 2025 तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं।" बैंस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "अभिभावकों और छात्रों से अनुरोध है कि वे सुरक्षा को प्राथमिकता दें तथा प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन करें।"
पंजाब के कई हिस्सों में रविवार (31 अगस्त) को भारी बारिश हुई। हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर में सतलुज, ब्यास और रावी नदियों और बरसाती नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण पंजाब बाढ़ की चपेट में है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को कुछ स्थानों पर भारी बारिश और मंगलवार तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान जताया है।
रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे के दौरान अमृतसर में 60.9 मिलीमीटर, लुधियाना में 30.4 मिलीमीटर, बठिंडा में 62 मिलीमीटर, फरीदकोट में 48.8 मिलीमीटर, गुरदासपुर में 9.6 मिलीमीटर, फाजिल्का में 16.5 मिलीमीटर, फिरोजपुर में 46 मिलीमीटर, मानसा में 17 मिलीमीटर, मोहाली में 2.5 मिलीमीटर और श्री आनंदपुर साहिब में 28 मिलीमीटर बारिश हुई।
चंडीगढ़ में भी रविवार को बारिश हुई। हरियाणा में 31 अगस्त से दो सितंबर तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है। जबकि तीन सितंबर तक कुछ जगहों पर भारी बारिश की आशंका है।
पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिलों के गांव बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDF), सेना, सीमा सुरक्षा बल (BSF), पंजाब पुलिस और जिला अधिकारियों द्वारा प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है।
पंजाब में आई भीषण बाढ़ से 1,000 से ज्यादा गांव और 61,000 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि प्रभावित हुई है। जबकि राहत एवं बचाव अभियान तेजी से जारी है। बाढ़ से प्रभावित सबसे सबसे ज्यादा गांव गुरदासपुर जिले में हैं।
एक तरफ जहां विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि पंजाब के लोग आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की अक्षमता’ के कारण परेशान हैं। वहीं राज्य के जल संसाधन मंत्री बी. कुमार गोयल ने दावा किया कि केंद्र के अधीन भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) द्वारा जून में समय पर पानी छोड़े जाने से तबाही को काफी हद तक कम किया जा सकता था।
कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पंजाब के लिए विशेष राहत पैकेज की मांग की। इस बीच, अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज ने शनिवार को लोगों से राज्य के बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करने की अपील की।
उन्होंने सभी पंजाबियों से इस मुश्किल घड़ी में एक-दूसरे का साथ देने और संकट में फंसे हर पंजाबी की मदद करने की भी अपील की। गर्गज ने कहा कि पंजाब में बार-बार आ रही बाढ़ के असली कारणों का पता लगाना जरूरी है ताकि लोग सतर्क और तैयार रहें।