Putin India Visit: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिखर वार्ता करेंगे, जो 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का प्रतीक है। बता दें कि पुतिन 2021 के बाद अपनी पहली भारत यात्रा पर गुरुवार को ऐसे समय में पहुंचे जब नई दिल्ली रियायती रूसी तेल की खरीद से जुड़े दंडात्मक शुल्कों को कम करने के लिए अमेरिका के साथ बातचीत कर रहा है।
यह शिखर सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब अमेरिका और यूरोप भारत के रूस के साथ जारी संबंधों पर कड़ी नजर रख रहे हैं। इस चर्चा का मुख्य उद्देश्य लंबे समय से चले आ रहे रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना है, जबकि पश्चिमी प्रतिबंध रूस के वैश्विक संबंधों को बदल रहे हैं।
रूसी राष्ट्रपति चार साल बाद भारत आए हैं। यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब नई दिल्ली अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है ताकि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत के रूस से तेल की खरीद के कारण लगाए गए कड़े टैक्स को कम किया जा सके।
बता दें कि पुतिन ने आखिरी बार दिसंबर 2021 में भारत का दौरा किया था, रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने से कुछ महीने पहले। रूसी राष्ट्रपति आज 23वें वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
भारत पर अमेरिका और यूरोप द्वारा रूस के साथ संबंधों को लेकर दबाव है, इसलिए राष्ट्रपति पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच की चर्चाओं पर कड़ी नजर रखी जाएगी।
रॉयटर्स के अनुसार, इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य रूस के हथियारों और समुद्री तेल के सबसे बड़े खरीदार के साथ व्यापार को बढ़ावा देना है, क्योंकि पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण उनके दशकों पुराने संबंध कमज़ोर पड़ रहे हैं। रिपोर्टों के अनुसार, दोनों पक्ष व्यापार और आर्थिक संबंधों पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे। हालांकि, यूरेशियन आर्थिक संघ के साथ एक संभावित मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement) पर बातचीत जारी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन रक्षा संबंधों, नए हथियारों की खरीद जैसे अतिरिक्त S-400 मिसाइल सिस्टम और नवीनतम सुखोई विमान पर भी चर्चा करेंगे। इसके अलावा, भारतीय वस्तुओं, जैसे फल और सब्जियों से लेकर दवाइयों तक, को रूस के बाजार में अधिक पहुँच दिलाने पर भी बातचीत होगी। रूस में भर्ती भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने की प्रक्रिया पर भी चर्चा की जाएगी।
पुतिन की भारत यात्रा के दूसरे दिन का कार्यक्रम
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन और मोदी 2030 तक भारत-रूस आर्थिक सहयोग के रणनीतिक क्षेत्रों के विकास के लिए एक घोषणापत्र जारी कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों नेता लेबर मोबिलिटी एग्रीमेंट (कामगारों की आवाजाही पर समझौता) पर हस्ताक्षर कर सकते हैं और आर्कटिक जहाज निर्माण पर मिलकर काम कर सकते हैं।
बता दें कि दोनों नेताओं ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी के लोक कल्याण मार्ग स्थित आवास पर एक निजी रात्रिभोज के लिए मुलाकात की। भारत-रूस के बीच विशेष संबंधों का संकेत देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने पालम हवाई अड्डे पर राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत किया और दोनों एक ही कार में प्रधानमंत्री आवास पहुंचे।