Seva Teerth Vs PMO: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का नाम अब बदल चुका है। नए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) परिसर का नाम अब 'सेवा तीर्थ' होगा। पीएम दफ्तर को जल्द ही 'सेवा तीर्थ' नाम की नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके अलावा देशभर के सभी राज्यों में 'राजभवन' का नाम भी बदल दिया गया है। अब राजभवन को 'लोकभवन' से कहा जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्रालय की तरफ से मंगलवार (2 नवंबर) को जारी निर्देश के बाद आधारिक रूप से अब राजभवन को 'लोकभवन' कहा जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑफिस एक ऐतिहासिक बदलाव के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ऑफिस (PMO) साउथ ब्लॉक में अपने दशकों पुराने घर से 'सेवा तीर्थ' नाम के एक नए बने कॉम्प्लेक्स में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहा है। PMO ने कहा कि सत्ता से सेवा की ओर बढ़ रहे हैं। ये बदलाव प्रशासनिक नहीं, सांस्कृतिक है। सार्वजनिक संस्थानों में बड़ा बदलाव हो रहा है।
सेंट्रल विस्टा रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के हिस्से के तौर पर डिजाइन किए गए इस नए कॉम्प्लेक्स से उम्मीद है कि सरकार के सबसे ऊंचे लेवल पर कोऑर्डिनेशन को आसान बनाने के लिए कई खास ऑफिस एक ही छत के नीचे आ जाएंगे।
सूत्रों ने बताया कि नया PMO ऑफिस सेवा तीर्थ-1 (Sewa Teerth-) में होगा। यह वायु भवन के बगल में एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव-I में बनी तीन लेटेस्ट बिल्डिंग में से एक है। आस-पास की बिल्डिंग सेवा तीर्थ-2 और सेवा तीर्थ-3 कैबिनेट सेक्रेटेरिएट और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर के ऑफिस के नए घर के तौर पर काम करेंगी।
एक अधिकारी ने बताया कि यह शिफ्टिंग पहले से ही चल रही है। 14 अक्टूबर को कैबिनेट सेक्रेटरी टीवी सोमनाथन ने सेवा तीर्थ-2 के अंदर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के चीफ के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग की थी।
गृह मंत्रालय (MHA) के एक अधिकारी ने बताया कि निदेश में कहा गया है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में गवर्नर/लेफ्टिनेंट गवर्नर के दफ्तर का नाम राजभवन या राज निवास (Raj Bhavan/Raj Niwas) से बदलकर लोकभवन या लोक निवास (Lok Bhavan/Lok Niwas) किया जाएगा।
यह बदलाव कर्तव्य पथ (पहले राजपथ) के साथ सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव डिस्ट्रिक्ट को रीडिजाइन करने की सरकार की बड़ी योजना का हिस्सा है। 3 km के सेरेमोनियल एक्सिस को आसान, पैदल चलने वालों के लिए और इंटीग्रेटेड सरकारी जोन में फिर से डेवलप किया जा रहा है।
इस बदलाव का एक बड़ा पिलर एक यूनिफाइड कॉमन सेंट्रल सेक्रेटेरिएट बनाना है, जिसका ऑफिशियल नाम 'कर्तव्य भवन' है। इस कॉम्प्लेक्स में 10 नई बनी ऑफिस बिल्डिंग हैं। इन्हें शास्त्री भवन, निर्माण भवन और कृषि भवन जैसी पुरानी जगहों पर फैले कई सरकारी मंत्रालयों को एक साथ लाने के लिए डिजाइन किया गया है।