टैरिफ पर बड़ी राहत के बाद भारत अगले 90 दिनों में तीन मोर्चे पर काम करने की तैयारी कर रहा है ताकि टैरिफ वॉर के असर को भविष्य में कम किया जा सके। सीएनबीसी-आवाज को मिली एक्सक्लूसिव खबर के मुताबिक सरकार अगले 90 दिनों में US के साथ पहले चरण का ट्रेड एग्रीमेंट कर सकती है।
सीएनबीसी-आवाज के इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर लक्ष्मण रॉय ने इस खबर पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि भारत, US के साथ पहले चरण का ट्रेड एग्रीमेंट कर सकता है। यह डील एक Partial BTA (Bilateral Trade Agreement) हो सकता है। उन्होंने कहा कि बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट से पहले Partial BTA संभव है। बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है।
लक्ष्मण रॉय ने आगे कहा कि बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट के तहत भारत कई आइटम पर ड्यूटी घटा सकता है। US भी भारतीय इंपोर्ट पर ड्यूटी घटा सकता है। Partial BTA में जरूरी, गैर संवेदनशील प्रोडक्ट हो सकते हैं । विदेश मंत्रालय और US के बीच प्रस्ताव पर कई दौर की बातचीत हुई है। PMO, विदेश, उद्योग और वित्त मंत्रालय के बीच चर्चा जारी है।
EU और UK के साथ भी तेजी से बातचीत
वहीं दूसरा काम भारत यूरोपियन यूनियन (EU) और यूनाइटेड किंगडम (UK) के साथ भी जल्द ट्रेड एग्रीमेंट करने की कोशिश कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक टारगेट है कि भारतीय सामान को यूरोप और ब्रिटेन में आसान एक्सेस मिले और ज्यादा भारतीय प्रोडक्ट्स वहां बिक सकें।
चीन से डंपिंग रोकने की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक डंपिंग पर भारत सख्ती ला सकती है। भारत सरकार चीन जैसे देशों से डंपिंग रोकने के लिए सख्त मैकेनिज्म तैयार कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक इसका मकसद देशी उद्योगों को बचाना है। इस मैकेनिज्म के तहत डंपिंग करने वाले प्रोडक्ट्स पर एंटी-डंपिंग ड्यूटी, स्पेशल टैक्स और कड़े जांच उपाय लगाए जा सकते हैं।