Sanjay Nishad: 'कहीं और हाथ लग जाता तो...', नीतीश कुमार के हिजाब विवाद पर अपने आपत्तिजनक बयान के बाद संजय निषाद ने दी सफाई

Nitish Kumar's Hijab Incident: विवादित बयान पर चौतरफा घिरने के बाद मंत्री ने बैकफुट पर आते हुए सफाई पेश की। उन्होंने कहा, 'जिस बयान पर विवाद हो रहा है, वह मैंने मुस्कुराते हुए, अनौपचारिक रूप से और अपनी स्थानीय भोजपुरी बोली में कहा था। मेरा उद्देश्य किसी समुदाय, महिला या धर्म का अपमान करना नहीं था'

अपडेटेड Dec 17, 2025 पर 12:53 PM
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संजय निषाद ने कहा था, 'नीतीश कुमार भी तो एक मर्द हैं... नकाब हटाने पर इतना हंगामा क्यों? उनके हाथ सिर्फ चेहरे पर लगे थे

Nitish Kumar's Hijab Incident: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो काफी वायरल है। वीडियो में वो एक महिला डॉक्टर को लेटर देते हुए नकाब नीचे करते हुए नजर या रहे हैं। इस वीडियो को लेकर बीते दो दिनों से सोशल मीडिया पर खूब हंगामा मचा हुआ है। अब उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने उस पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर नया विवाद खड़ा कर दिया है। यूपी में बीजेपी की सहयोगी पार्टी के नेता निषाद ने इस संवेदनशील मुद्दे पर ऐसी बात कह दी, जिसकी न केवल विपक्ष बल्कि आम लोग भी निंदा कर रहे है।

'वो भी एक मर्द हैं...' मंत्री के विवादित बोल

नीतीश कुमार की आलोचना करने के बजाय, संजय निषाद ने उनके कृत्य का बचाव करने की कोशिश में अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में निषाद ने कहा था कि, 'वह (नीतीश कुमार) भी तो एक मर्द हैं... नकाब हटाने पर इतना हंगामा क्यों? उनके हाथ सिर्फ चेहरे पर लगे थे। अगर उनके हाथ कहीं और लग जाते, तब क्या होता?' मंत्री की यह बात सुनकर इंटरव्यू ले रहा पत्रकार भी चौंक गया और उसने तुरंत स्पष्टीकरण मांगा। लेकिन मंत्री जी ने अपनी बात दोहराते हुए फिर वही सवाल पूछा कि अगर हाथ चेहरे के अलावा कहीं और 'ब्रश' कर जाता, तब क्या होता?


विपक्ष ने खोला मोर्चा 

नीतीश कुमार के वीडियो को लेकर पहले से ही बवाल हो रहा था अब संजय निषाद के इस बयान ने जलती आग में घी डालने का काम किया है। समाजवादी पार्टी की नेता सुमैया राणा ने मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उनके वकील मिशम जैदी का कहना है कि यह बयान महिला की गरिमा को ठेस पहुंचता है और धार्मिक भावनाओं को भड़काता है। यह धारा 153A के तहत एक स्पष्ट मामला है, क्योंकि ऐसे बयान दंगों को भड़का सकते हैं और राज्य की कानून-व्यवस्था बिगाड़ सकते हैं।

कांग्रेस और राजद (RJD) ने इसे मुस्लिम महिलाओं के प्रति घोर संवेदनहीनता बताया है। राजद नेताओं ने कहा कि किसी भी सार्वजनिक पद पर बैठे व्यक्ति को महिला के कपड़ों को छूने का अधिकार नहीं है।

सफाई में क्या बोले संजय निषाद?

चौतरफा घिरने के बाद मंत्री ने बैकफुट पर आते हुए सफाई पेश की। उन्होंने न्यूज एजेंसी PTI से कहा, 'जिस बयान पर विवाद हो रहा है, वह मैंने मुस्कुराते हुए, अनौपचारिक रूप से और अपनी स्थानीय भोजपुरी बोली में कहा था। मेरा उद्देश्य किसी समुदाय, महिला या धर्म का अपमान करना नहीं था।'

क्या है विवाद?

यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान एक मुस्लिम आयुष डॉक्टर के चेहरे से नकाब (हिजाब) नीचे खींच दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद से ही विभिन्न मुस्लिम संगठनों और राजनीतिक दलों ने जदयू (JD-U) प्रमुख के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।

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