खबर है कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान से भारत के साथ तत्काल तनाव कम करने की अपील की है। अरब न्यूज की एक रिपोर्ट में ऐसा कहा गया है। यह चेतावनी तब आई है, जब पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में जम्मू शहर के हवाई अड्डे सहित कई स्थानों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया।
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 9 स्थानों पर कई आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया गया था। पाकिस्तान की ओर से गुरुवार रात ड्रोन और मिसाइलों के जरिए भारतीय शहरों पर किए गए हमलों को इंडियन डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही रोक दिया। पाकिस्तान ने सीमा पर बिना उकसावे के गोलीबारी भी शुरू कर दी, जिसके बाद भारतीय बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की।
इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिकी विदेश मंत्री ने गुरुवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की और भारत-पाकिस्तान संबंधों में तुरंत तनाव कम करने की जरूरत पर जोर दिया। फोन कॉल के दौरान जयशंकर ने सीमा पार आतंकवाद के प्रति भारत की टारगेटेड और नपी तुली प्रतिक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "हम आतंकवाद को बढ़ावा देने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला करेंगे।" उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ काम करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता की सराहना की।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत और पाकिस्तान के बीच सीधी बातचीत के लिए अमेरिका का सपोर्ट जताया और कम्युनिकेशन में सुधार के लिए लगातार कोशिशों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने पहलगाम में हुए भीषण आतंकवादी हमले के लिए अपनी संवेदनाएं भी दोहराईं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।
पाकिस्तानी PM से भी की बात
गुरुवार को ही रूबियो ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ से भी बात की थी और पाकिस्तान से फिर से आतंकवादी समूहों को किसी भी तरह का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की। इससे पहले, अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य रो खन्ना ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर को तानाशाह कहा था। उन्होंने इस्लामाबाद से भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जवाबी कार्रवाई न करने का आह्वान किया था।
खन्ना ने भारत और पाकिस्तान से तनाव कम करने का भी आह्वान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम में ऐसे लोग होंगे, जो इस क्षेत्र और इसकी कूटनीतिक राजनीति को समझते हैं और भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के समाधान में मदद करेंगे।