भारतीय रसोई में चकला-बेलन सिर्फ एक बर्तन नहीं, बल्कि रोटियों की यादें और घर की खुशबू का हिस्सा है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही चकला-बेलन अगर सही तरीके से साफ न किया जाए तो आपके खाने की हेल्थ बिगाड़ सकता है? अक्सर लोग इसे बाकी बर्तनों की तरह पानी और साबुन से धो देते हैं, जिससे लकड़ी अपनी नमी खो देती है और जल्दी फटने लगती है। वहीं अगर इसे बिल्कुल साफ न किया जाए तो इस पर जमा आटा और चिकनाई बैक्टीरिया का घर बन जाते हैं। नतीजा बदबूदार और unhygienic चकला-बेलन। असल में लकड़ी को खास देखभाल की जरूरत होती है ताकि वो सालों तक टिके और सुरक्षित रहे।
अगर आप भी चाहते हैं कि आपका चकला-बेलन हमेशा नया, चमकदार और बैक्टीरिया-फ्री रहे, तो इसके सफाई के तरीके भी थोड़े अलग और स्मार्ट होने चाहिए। चलिए जानते हैं वो देसी ट्रिक्स जो आपके किचन का ये साथी लंबे समय तक साथ निभाएगा।
रोटी बनाने के बाद अगर आटा चकला-बेलन पर चिपक गया है, तो सीधे स्क्रब करने से लकड़ी को नुकसान हो सकता है। सबसे आसान तरीका है इसे हल्के गुनगुने पानी में कुछ देर के लिए भिगो देना। पानी के संपर्क में आते ही आटा फूल जाएगा और कपड़े से हल्के हाथों रगड़ने पर आसानी से साफ हो जाएगा।
अगर चकला-बेलन पर तेल या चिकनाई जम गई है, तो नींबू आपका सबसे अच्छा दोस्त है। आधा नींबू काटकर इसे चकला-बेलन पर रगड़ें। नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड न सिर्फ चिकनाई को घोल देगा बल्कि लकड़ी की सतह से बदबू भी खत्म कर देगा। चाहे तो नींबू के रस में नमक डालकर हल्का स्क्रब कर सकते हैं।
लकड़ी को रोजाना पानी से धोने से ये जल्दी खराब हो सकती है। बेहतर है कि रोटी बनाने के बाद इसे गीले कपड़े से पोंछें। अगर कहीं आटा ज्यादा जमा हो गया है तो चम्मच या चाकू की मदद से हल्के से खुरच लें। इससे चकला-बेलन साफ भी रहेगा और उसकी उम्र भी बढ़ेगी।
कभी-कभी गहरी सफाई के लिए स्क्रब की जरूरत पड़ती है, लेकिन हमेशा नर्म ब्रश का इस्तेमाल करें। धातु के स्क्रब से लकड़ी पर खरोंच पड़ सकती है और बैक्टीरिया अंदर तक जा सकते हैं। नर्म ब्रश से हल्के हाथों रगड़ने पर लकड़ी सुरक्षित रहती है।
लकड़ी के चकला-बेलन पर बैक्टीरिया लगने का खतरा ज्यादा रहता है। इसलिए हफ्ते में एक बार इसे नमक से अच्छी तरह रगड़ें। नमक एक नैचुरल डिसइंफेक्टेंट की तरह काम करता है। धोने के बाद इसे हल्की आंच पर कुछ सेकंड के लिए गरम कर लें, इससे बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म हो जाएंगे।
अगर आप चाहें तो महीने में एक-दो बार इसे डिशवॉश लिक्विड से धो सकते हैं। बस ध्यान रखें कि साबुन अच्छी तरह निकल जाए। इसके बाद इसे अच्छे से सुखाना बहुत जरूरी है। पूरी तरह सूखने के बाद हल्की सी परत सरसों या नारियल के तेल की लगा दें। इससे लकड़ी की नमी बरकरार रहती है और उसमें चमक भी आ जाती है।
क्यों जरूरी है ये सफाई रूटीन?
लकड़ी के बर्तनों में नमी और आटा जमा रहने से बैक्टीरिया तेजी से पनप सकते हैं। गलत तरीके से साफ करने पर लकड़ी फट सकती है और उसमें बदबू आ सकती है। सही सफाई से चकला-बेलन ज्यादा दिनों तक टिकता है और हेल्दी किचन का हिस्सा बना रहता है।