सर्दियों का मौसम आते ही रसोई में हलचल बढ़ जाती है। गाजर का हलवा, आलू के पकौड़े या बेसन का चीला जैसे व्यंजन हर घर में बनते हैं। इन सभी रेसिपीज में सबसे अहम होता है किचन ग्रेटर या कद्दूकस। हलवे में गाजर, पकौड़े में आलू और विभिन्न व्यंजनों में चीज को कद्दूकस करना बेहद जरूरी होता है। लेकिन ग्रेटर का इस्तेमाल करने के बाद सबसे बड़ी समस्या आती है साफ करना। छोटे-छोटे छेदों में खाने के टुकड़े फंस जाते हैं और अगर ये सूख जाएं तो निकालना और भी मुश्किल हो जाता है। कई बार हम इसे पानी में भिगोते हैं, लेकिन ग्रेटर भारी हो जाने की वजह से हाथों से रगड़ना भी कठिन हो जाता है।
ऐसे में सही तरीके और कुछ आसान टिप्स अपनाकर ग्रेटर या कद्दूकस को बिना ज्यादा मेहनत के साफ किया जा सकता है। ये न केवल समय बचाता है बल्कि रसोई में सफाई बनाए रखने में भी मदद करता है।
ग्रेटर का इस्तेमाल करने के बाद इसे ज्यादा देर गंदा न छोड़ें। जैसे ही काम खत्म हो, इसे पानी में धो लें। बाद में बाकी बर्तनों के साथ इसे अच्छी तरह साफ कर सकते हैं। समय रहते साफ करने से खाने के टुकड़े जमी नहीं रहते और सफाई आसान हो जाती है।
फंसे टुकड़ों को निकालने का तरीका
अगर ग्रेटर में खाना फंस गया है और सूख गया है, तो इसे तुरंत पानी में कुछ मिनट के लिए डुबो दें। इससे सूखा हुआ खाना सॉफ्ट हो जाएगा। फिर ग्रेटर को नल के नीचे उल्टा करके तेज पानी से धोएं। पानी के प्रेशर से फंसे टुकड़े आसानी से बाहर निकल जाएंगे।
ब्रश और साबुन का इस्तेमाल करें
ग्रेटर की सफाई के लिए बर्तन धोने वाला साबुन और पानी का घोल बनाएं। ब्रश की मदद से ग्रेटर के छेदों को अच्छे से रगड़ें। इस तरीके से फंसे हुए टुकड़े साफ हो जाते हैं और ग्रेटर की चमक भी लौट आती है।
धोने के बाद सुखाना न भूलें
साफ करने के बाद ग्रेटर को अच्छी तरह सूखा लें। अगर भीगी हुई ग्रेटर को बक्से या दराज में डालेंगे तो यह जंग या गंध का कारण बन सकती है। सूखने के बाद रखी ग्रेटर लंबे समय तक सुरक्षित रहती है और अगली बार इस्तेमाल में परेशानी नहीं आती।