उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आगाज हो चुका है। सुबह से ही 60 लाख लोग डुबकी लगा चुके हैं। ऐसे में अगर आप भी प्रयागराज के बारे में कुछ नहीं जानते हैं। आपको महाकुंभ में स्नान करने के लिए संगम नगरी आना है तो यह खबर आपके लिए ही है। आप अपने स्मार्टफोन पर ही प्रयागराज की सारी जानकारियां हासिल कर सकेंगे। एक क्लिक पर आपको महाकुंभ से जुड़ी एक-एक जानकारी मिल जाएगी। किस ट्रेन के जरिए आप प्रयागराज पहुंच सकेंगे? किसी ट्रेन से वापसी होगी ? ट्रेन किस प्लेटफार्म पर रुकेगी? प्रयागराज में आप क्या-क्या चीज देख सकते हैं? प्रयागराज में परिवहन की सुविधा क्या है? रेलवे स्टेशन से आप महाकुंभ क्षेत्र तक कैसे जाएंगे? ऐसे तमाम जानकारी मिलेगी।
उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 मेले का लोगो और मोबाइल ऐप बहुत पहले ही लॉन्च कर दिया था। इस ऐप का नाम ‘महाकुंभ मेला 2025 ऐप’ है। इस ऐप के जरिए प्रयागराज में पूरा मेला घूम सकते हैं। इसमें सारी जानकारी मुहैया कराई गई है। इस ऐप पर लोगों को महाकुंभ के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी। इसके अलावा महाकुंभ और कुंभ पर लिखी गई किताबों और ब्लॉग्स के जरिए महाकुंभ की परंपराओं और इसके महत्व के विषय में अधिक जानकारी हासिल कर सकते हैं। मेला अथॉरिटी की ओर से इस ऐप को लाइव किया जा चुका है। लोग इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड भी कर सकते हैं।
मिलेंगी कई रिसर्च रिपोर्ट
प्रयागराज भारत के सबसे प्राचीन शहरों में से एक है। इसे प्राचीन शास्त्रों में 'प्रयाग' या 'तीर्थराज' के नाम से भी जाना जाता है और इसे भारत के पवित्रतम तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। यह शहर वार्षिक माघ मेला, प्रत्येक छह वर्षों में कुंभ मेला और हर 12 वर्ष में महाकुंभ मेला के लिए भी मशहूर है।
महाकुंभ मेला ऐप की खासियत
महाकुंभ के ब्लॉग सेक्शन में यूपी टूरिज्म की एक्सप्लोर प्रयागराज को भी स्थान दिया गया है। जिसमें संगमनगरी की आध्यात्मिकता और आधुनिकता के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें प्रयागराज का परिचय देने के साथ-साथ प्रयागराज में आकर्षण के केंद्रों और प्रयागराज की मशहूर हस्तियों के बारे में जिक्र किया गया है। इसके अलावा इस ऐप में आईआईएम समेत कई बड़े संस्थानों की महाकुंभ को लेकर की गई रिपोर्ट भी पब्लिश की गई है। इसके जरिए जो लोग महाकुंभ पर रिसर्च करना चाहते हैं, उन्हें बड़ी मदद मिल सकती है। इस ऐप में पेंट माय सिटी, स्वच्छ कुंभ, प्रयागराज स्मार्ट सिटी, स्मार्ट फ्यूचर और द मैग्नीफिसेंस ऑफ कुंभ जैसे स्टडी रिपोर्ट भी मिल जाएगी। इससे प्रयागराज और महाकुंभ को समझने में आसानी होगी।
ऐप पर इमरजेंसी संपर्क नंबर मुहैया कराए गए हैं। जिससे वह सीधे मदद मांग सकते हैं। यात्रियों को टिकट के लिए कहीं भी भटकना नहीं पड़ेगा। ऐप से ही वह ट्रेन का टिकट बुक कर सकेंगे। ऐप पर वेटिंग रूम, रेस्ट रूम, फूड स्टाल्स, पीने के पानी की व्यवस्था और सफाई जैसी सुविधाओं के बारे में हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में जानकारी मिल जाएगी।
यहां एक फोटो गैलरी भी उपलब्ध कराई गई है। जिसमें महाकुंभ के इतिहास, आयोजनों और धार्मिक महत्व, महत्वपूर्ण जानकारी होगी। इससे श्रद्धालु महाकुंभ की पौराणिकता और आधुनिकता दोनों से परिचित हो सकेंगे।
महाकुंभ मेला ऐप 2025 का ऐसे करें इस्तेमाल
1 - महाकुंभ मेलो 2025 ऐप के जरिए धार्मिक स्थलों की सटीक स्थिति की जानकारी हासिल कर सकते हैं।
2 - महाकुंभ मेला 2025 ऐप के जरिए से धार्मिक स्थलों की सही लोकेशन मिल जाएगी।
3 - इसके लिए सबसे पहले अपने फोन में प्ले स्टोर ओपन करके ऐप को डाउनलोड करना होगा।
4 - महाकुंभ मेला 2025 Wप ओपन करने पर इसके होमपेज पर 'प्लान योर पिलग्रिमेज' सेक्शन में श्रद्धालु 'गेट डायरेक्शन टू घाट' विकल्प का चयन कर सकते हैं।
3 – इसके बाद प्रयागराज के सात प्रमुख घाटों जैसे दशाश्वमेध घाट, किला घाट, रसूलाबाद घाट, सरस्वती घाट, नौकायन घाट, महेवा घाट और ज्ञान गंगा घाट जाने का रास्ता मिल जाएगा। का मार्गदर्शन का विकल्प दिखेगा।
4- फिर आपको जिस भी घाट का दौरा करना है, उसके ऑप्शन को सिलेक्ट करके, डायरेक्शन फॉलो कर सकते हैं। इससे आप आसानी से किसी भी जगह पहुंच सकते हैं।