सनातन धर्म में एकादशी व्रत को अत्यंत शुभ और पुण्यदायी माना गया है। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में आने वाली विजया एकादशी विशेष महत्व रखती है। ये एकादशी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और विजय प्राप्ति का प्रतीक भी मानी जाती है। शास्त्रों के अनुसार, इस व्रत के प्रभाव से व्यक्ति को समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सफलता के मार्ग खुलते हैं। पौराणिक कथाओं में वर्णित है कि भगवान श्रीराम ने लंका विजय से पूर्व इस व्रत का पालन किया था, जिससे उन्हें रावण पर विजय प्राप्त हुई।
इसलिए ये माना जाता है कि जो भी श्रद्धा और भक्ति भाव से इस दिन व्रत रखता है और भगवान विष्णु की पूजा करता है, उसे शत्रु बाधाओं से मुक्ति और जीवन में सफलता मिलती है। इस व्रत से मोक्ष की प्राप्ति भी संभव होती है।
विजया एकादशी का धार्मिक महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लंका विजय से पूर्व भगवान श्रीराम ने इस एकादशी का व्रत रखा था। इसके प्रभाव से उन्होंने युद्ध में सफलता प्राप्त की और रावण जैसे शक्तिशाली शत्रु का संहार किया। इसलिए यह माना जाता है कि जो भी श्रद्धा और भक्ति भाव से इस व्रत का पालन करता है, उसे सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है और जीवन में शुभता का संचार होता है।
विजया एकादशी तिथि और शुभ योग
इस वर्ष विजया एकादशी व्रत 24 फरवरी 2025 (सोमवार) को रखा जाएगा। ज्योतिषों के अनुसार, इस दिन सिद्धि योग और शिववास योग का संयोग रहेगा, जो इस एकादशी को और अधिक प्रभावशाली बनाएगा। साथ ही, पूर्वाषाढ़ा और उत्तराषाढ़ा नक्षत्र भी इस दिन को विशेष रूप से शुभ बनाएंगे। इन योगों में पूजा और व्रत करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होगी और भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, विजया एकादशी पर कुछ विशेष वस्तुओं को घर लाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इन वस्तुओं की खरीदारी से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है, वास्तु दोष समाप्त होता है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कि विजया एकादशी के दिन किन चीजों की खरीदारी करना शुभ रहता है—
विजया एकादशी के दिन मोर पंख घर लाना शुभ माना जाता है। इसे भगवान विष्णु को अर्पित करने के बाद पूजा स्थान, शयन कक्ष या तिजोरी में रखना चाहिए। ये नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वास्तु दोष को समाप्त करता है।
अगर धन-संपत्ति में लगातार बाधा आ रही है, तो इस दिन चांदी की कामधेनु गाय लाकर पूजा स्थान पर स्थापित करें। धार्मिक मान्यता है कि कामधेनु गाय की उपासना करने से सुख-समृद्धि और सौभाग्य में वृद्धि होती है।
विजया एकादशी पर चांदी का कछुआ खरीदकर घर लाने से आर्थिक उन्नति होती है। इसे घर में सही स्थान पर रखने से स्थिरता और धन की वृद्धि होती है।
इस दिन दक्षिणावर्ती शंख घर लाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे पूजाघर में स्थापित कर नियमित रूप से पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा और सुख-शांति बनी रहती है।
विजया एकादशी के दिन लाल रंग के कपड़े की खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है। इसे घर में रखने या धारण करने से सौभाग्य और सफलता में वृद्धि होती है।
श्रीफल या नारियल को शुभता का प्रतीक माना जाता है। इस दिन इसे खरीदकर भगवान को अर्पित करने के बाद घर में रखना सौभाग्यदायक होता है।
अगर आप आर्थिक समृद्धि और व्यापार में उन्नति चाहते हैं, तो विजया एकादशी पर हाथी की मूर्ति खरीदकर घर लाएं। यह सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य को आकर्षित करता है।