
बजट 2019: खेती और कमोडिटी बाजार पर क्या होगा असर!
बजट 2019 किसानों के नाम रहा। किसानों को डायरेक्टर बेनिफिट देने का एलान और सीएनबीसी-आवाज़ की खबरों पर मुहर लगी है। बेशक बजट में वित्त मंत्री ने सबको खुश करने की कोशिश की है। सीधे तौर पर 5 लाख रुपए की आमदनी वाले लोगों को आयकर छूट का एलान किया गया।
किसानों के लिए 75 हजार करोड़ रुपए के राहत पैकेज का एलान हुआ है। जिसमें छोटे किसानों को सालाना 6000 रुपए सरकार सीधे उनके खाते में देगी। सरकार का दावा है कि इससे लागों के हाथ में पैसा बचेगा। तो सवाल ये है कि लोगों के हाथ में अगर पैसा बचेगा तो वह खर्च कहां होगा और क्या वाकई इस बजट से किसानों और खेती का भला होगा। इसपर बात करने के लिए सीएनबीसी-आवाज के साथ मौजूद है रसना के चेयरमैन पिरुज खम्बाटा, लाला जुगल किशोर ज्वेलर्स की डायरेक्टर तान्या रस्तोगी, जेम्स एंड ज्वेलरी काउंसिल के वाइस चेयरमैन शंकर सेन और पूर्व कृषि सचिव सिराज हुसैन।
किसानों को 6000 की सालाना डायरेक्ट इनकम की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इस योजना का फायदा 2 हेक्टेयर जमीनवाले किसानों को मिलेगा। योजना की राशि का तीन चरणों में भुगतान किया जाएगा। इस योजना से देश के 12 करोड़ किसानो को फायदा होगा। बजट में किसान सम्मान निधि योजना के लिए 75000 करोड़ रुपये का आबंटन किया गया है।
पशु-पालन के लिए किसानों को किसान क्रेडिट पर 2 फीसदी ब्याज छूट मिलेगी। इसके लिए आपादा नुकसान पर 5 फीसदी ब्याज छूट मिलेगी। किसी मजदूर की अचानक मौत पर 6 लाख रुपये के मुआवजे का भी प्रावधान किया गया है।
बजट में राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत गायों के लिए 750 करोड़ रुपये का आबंटन किया गया है। एक तरह जहां किसानों को राहत मिली है वहीं बजट में ज्वेलरी सेक्टर गुमनाम रहा। बजट में गोल्ड और ज्वेलरी पर कोई एलान नहीं किया और ना ज्वेलरी पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी पर ही कोई फैसला हुआ।