चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर केवी सुब्रमण्यम ने राज्य सभा में आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट पेश करने के तुरंत बाद राज्य सभा को 1 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए रद्द कर दिया गया है। आर्थिक सर्वे पेश करते हुए सुब्रमण्यम ने कहा, "भारत अकेला देश है जिसने स्ट्रक्चरल रिफॉर्म्स का ऐलान किया है। भारत का फोकस जीवन बचाने और रोजगार देने पर रहा। उन्होंने कहा ग्रोथ रिकवर हो सकता है लेकिन एकबार किसी की जान चली गई तो उसे वापस नहीं लाया जा सकता है।"
बजट सत्र के पहले दिन 29 जनवरी को फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2020-2021 पेश कर दिया है। आर्थिक सर्वेक्षण में देश के आर्थिक विश्लेषण और चालू वित्त वर्ष का लेखाजोखा होता है। जानिए इसकी क्या खास बातें हैं।
फिस्कल ईयर 2022 में GDP की ग्रोथ 11 फीसदी रह सकती है.
लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने के बाद सदन को 1 फरवरी 2011 तक के लिए रद्द कर दिया गया।
राज्य सभा आज 3 बजे शुरू होगा।
फाइनेंस मिनिस्टर राज्य सभा में भी आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने वाली हैं।
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर कृ्ष्णमूर्ति सुब्रमण्यन 3 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
सर्वे के मुताबिक, इकोनॉमी में V शेप रिकवरी नजर आ रही है।
फिस्कल ईयर 2022 में 11% रहेगी GDP ग्रोथ
भारत की रियल GDP ग्रोथ फिस्कल ईयर 2022 में 11 फीसदी रह सकती है।
सर्वे के मुताबिक फिस्कल ईयर 2021 में अर्थव्यवस्था की ग्रोथ -7.7 फीसदी रहने की उम्मीद है। यह रिजर्व बैंक के -7.5 फीसदी ग्रोथ के अनुमान के मुताबिक ही है। सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस ने फिस्कल ईयर 2021 में -7.7 फीसदी ग्रोथ का अनुमान जताया है।
आर्थिक सर्वे की खास बातें
कोरोनावायरस संक्रमण का सबसे बुरा असर मैन्युफैक्चरिंग और कंस्ट्रक्शन पर पड़ा है। कृषि क्षेत्र से सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं।
सरकार के खर्च बढ़ाने और एक्सपोर्ट से ग्रोथ की गिरावट थमी है।
फिस्कल ईयर 2022 में GDP की ग्रोथ 11 फीसदी रह सकती है।
सर्वे के मुताबिक, इकोनॉमी में V शेप रिकवरी नजर आ रही है।
फिस्कल ईयर 2021 के लिए कंबाइंड फिस्कल डेफेसिट टारगेट से ज्यादा।
क्या कहा राष्ट्रपति ने?
संसद का बजट सत्र आज शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संयुक्त सदन को संबोधित करते हुए कहा कि चुनौतियों के बावजूद भारत नहीं रुकेगा। दोनों सदनों को संबोधित करते हुए प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने कहा, कोरोना महामारी के दौर में हो रहा संसद का ये संयुक्त सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। नया वर्ष भी है और नया दशक भी और इस वर्ष हम आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं।
उन्होंने कहा, "महामारी के खिलाफ इस लड़ाई में हमने अनेक देशवासियों को असमय खोया। हम सभी के प्रिय और मेरे पूर्ववर्ती राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन भी कोरोना काल में हुआ। संसद के 6 सदस्य भी कोरोना की वजह से असमय हमें छोड़कर चले गए। मैं सभी के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।"
प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद ने कहा, "मेरी सरकार यह स्पष्ट करना चाहती है कि तीन नए कृषि कानून बनने से पहले, पुरानी व्यवस्थाओं के तहत जो अधिकार थे तथा जो सुविधाएं थीं, उनमें कहीं कोई कमी नहीं की गई है। बल्कि इन कृषि सुधारों के जरिए सरकार ने किसानों को नई सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ नए अधिकार भी दिए हैं।"
पीएम मोदी ने क्या कहा?
संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी सांसद मिलकर बजट सत्र को ज्यादा प्रोडक्टिव बनाएंगे। उन्होंने कहा कि 2020 में सरकार ने 4-5 मिनी बजट पेश किया था। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के उज्ज्वल दशक के लिए इस सेशन बेहद अहम है।
आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 (Economic Survey 2020-21) संसद में 29 जनवरी 2021, दिन शुक्रवार को फाइनेंस निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। ये इकोनॉमिक सर्वे बजट पेश होने के 2 दिन पहले पेश किए जाएंगे। आम तौर पर, इकोनॉमिक सर्वे बजट सत्र के शुरुआती दिन में पेश किए जाते हैं। इस सर्वे में फाइनेंशियल ईयर के दौरान साल भर का आर्थिक विकास (economic development) होता है। इस सर्वे में मनी सप्लाई, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एग्रीकल्चर और इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, रोजगार, इम्पोर्ट, एक्सपोर्ट जैसी बातों का जिक्र होता है। इसके अलावा इकोनॉमी से जुड़े मुद्दे पर सरकार अपना नजरिया रखती है। इस साल कोरोना वायरस के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था को होने वाले नुकसान पर फोकस किया जा रहा है।
आज संसद में इकोनॉमिक सर्वे पेश होने वाला है। आसान भाषा में समझें तो आर्थिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष का एक लेखा-जोखा होता है। उदाहरण के तौर पर इस साल एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जो बजट पेश करने जा रही हैं, वह आगामी वित्त वर्ष 2021-22 के लिए होगा, लेकिन शुक्रवार को जो आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा वह मौजूदा साल 2020-21 के लिए है। इसमें पूरे साल के आर्थिक विकास का लेखा-जोखा होगा। पहली बार देश का आर्थिक सर्वेक्षण 1950-51 में पेश किया गया था। 1964 से वित्त मंत्रालय बजट से एक दिन पहले सर्वेक्षण जारी करता आ रहा है।
दोनों सदनों को संबोधित करेंगे राष्ट्रपति
बजट सत्र की शुरुआत आज से हो रही है। सबसे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे। इसके बाद 1 फरवरी को बजट पेश किया जाएगा।
आम तौर पर हर बार बजट के एक दिन पहले आर्थिक सर्वे पेश किया जाता है। लेकिन इस बार बजट से दो दिन पहले वित्त वर्ष 2020-21 का आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) कल यानी शुक्रवार को संसद में पेश किया जाएगा। मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन (Krishnamurthy Subramanian) के मार्गदर्शन में तैयार आर्थिक सर्वेक्षण जारी किया जाता है।
इकोनॉमिक सर्वे फाइनेंस मिनिस्ट्री के सबसे अहम डॉक्यूमेंट्स में से एक होता है। इस सर्वे को केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor -CEA) की गाइडलाइंस में तैयार किया जाता है। इस सर्वे में अर्थव्यवस्था के सभी पहलुओं को जिक्र होता है। अगर भारतीय अर्थव्यवस्था की पूरी तस्वीर देखनी है तो आर्थिक सर्वे में आपको काफी कुछ मिल सकता है।
फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के बाद इकोनॉमिक सर्वे पेश करने के बाद नई दिल्ली में दोपहर 2:30 बजे मुख्य आर्थिक सलाहकार प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
सोशल मीडिया अपडेट्स के लिए हमें Facebook (https://www.facebook.com/moneycontrolhindi/) और Twitter (https://twitter.com/MoneycontrolH) पर फॉलो करें।