Gold Price Today: वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की निरंतर मांग के बीच बुधवार सुबह सोने की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी हुई और भारत भर में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,02,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर पहुंच गई। भारत में घरेलू सोने की कीमतों में वृद्धि जारी रही, सीएनबीसी टीवी 18 के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 110 रुपये बढ़कर 1,02,330 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 100 रुपये बढ़कर 93,800 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, 6:31 GMT तक हाजिर सोना 0.1% गिरकर 3,376.69 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जबकि अमेरिकी सोना वायदा 3,432.40 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
सीएमई फेडवाच टूल के अनुसार, निवेशक आगामी अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नियुक्तियों और नीति संकेतों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, विशेषकर कमजोर रोजगार आंकड़ों के बाद, जिससे सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना लगभग 88% तक बढ़ गई है।
अब निवेशकों को सोने के प्रति कैसा रुख अपनाना चाहिए?
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की कार्यकारी अध्यक्ष अक्षा कंबोज ने कहा कि लगातार भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और डॉलर सूचकांक में नरमी से कीमतों में तेजी आ रही है। उन्होंने आगे कहा, "घरेलू स्तर पर, मौजूदा त्योहारी सीजन और शादियों की मजबूत मांग कीमतों को और मजबूती देगी। इसके अलावा, मुद्रास्फीति का बढ़ता दबाव और केंद्रीय बैंकों की निरंतर खरीदारी सर्राफा के लिए एक मजबूत आधार प्रदान कर रही है।"
मातेश्वरी गोल्ड के अनुराग रस्तोगी का कहना है कि ट्रंप का टैरिफ वार करेंट सिनेरियो में भी खत्म होने वाला नहीं है। जिस तरह से विश्व के हालात इस समय बने हुए है उसमें सबसे अहम फैक्टर टैरिफ है। टैरिफ को लेकर बाजार में जो अनिश्चितता चल रही है उसके कारण सोने की कीमतों में उछाल आ रहा है। सोने का भाव जल्द ही हाजिर बाजार में 1.08 लाख तक पहुंच सकता है।
अनुराग रस्तोगी ने आगे कहा कि आज इंडस्ट्रीज केवल अमेरिका पर आश्रित नहीं है। दुनिया के तमाम देशों में भारतीय ज्वेलरी की मांग बढ़ रही है। हमारे एक्सपोर्ट की बात करें तो इसमें बहुत ज्यादा गिरावट नहीं हुई है। हालांकि घरेलू बाजार में त्योहारों के दौरान बाजार में थोड़ा फर्क पड़ता है, लेकिन बड़े सेंट्रल बैंकों की लगातार सोने की खरीदारी का दबाव गोल्ड सेक्टर पर आ रहा है और इसका दबाव काम कंज्यूमर की जेब पर भी पड़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि सोने की कीमतों में तेजी का असर भारतीय ग्राहकों पर पड़ रहा है। हालांकि त्योहारों के दौरान सोने की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।
कार्तिकेय बुलियन के डायरेक्टर, दीपक सोनी का कहना है कि ट्रंप तानाशाही करने की कोशिश में हैं। बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है। चीन सोने में वायदा में निवेश को फिजिकल में बदल रहा है। ट्रेड वार को नहीं लगता कि सोने में किसी तरह का कोई करेक्शन देखा जाए। मेरा मानना है कि सोने में 3500 डॉलर का स्तर दिखा सकता है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।