Gold Price Today: सोने की मांग में भारी गिरावट आई है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने सोने पर रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक सोने की मांग कोरोना काल के स्तर पर पहुंची। सालाना आधार पर मांग में गिरावट आई है। भारत में 17% गहनों की मांग गिरी है। दुनिया में 14% गहनों की मांग गिरी। मांग 5 सालों के औसत से 30% कम है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में सोने के गहनों की मांग सालाना आधार पर 17 फीसदी घटी है। जबकि चीन में 20 फीसदी की गिरावट आई। वहीं दुनिया में सोने के गहनों की मांग 14 फीसदी गिरी है। वहीं तिमाही दर तिमाही आधार पर भारत में सोने के गहनों की मांग 24 फीसदी चढ़ा। जबकि ग्रोटर चीन में सोने की मांग तिमाही आधार पर 44 फीसदी और मिडिल ईस्ट में 12 फीसदी घटा है। अमेरिका में तिमाही दर तिमाही आधार पर भारत में सोने के गहनों की मांग 27 फीसदी चढ़ा।
2024 में Q2 में भारत में सोने की गहनों की मांग 395.6 टन रही थी जो कि 2025 के दूसरी तिमाही में 341.0टन रही है। 2024 में Q2 में ग्रेटर चीन 106.6 टन पर रही थी जबकि 2025 में Q2 में 88.8 टन पर रहा है।
WGC ने 2025 के लिए गोल्ड डिमांड का अनुमान 600–700 टन पर बरकरार रखा है। अगर कीमतें स्थिर होती हैं और त्योहारी सीजन में मांग बढ़ती है, तो साल के दूसरे हिस्से में रिकवरी की उम्मीद है।
अमेरिकी टैरिफ के कारण व्यापार अनिश्चितता के दबाव के मुकाबले मजबूत डॉलर के दबाव के कारण शुक्रवार को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। मुंबई में 22 कैरेट सोने की कीमत 91,690 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 1,00,020 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। चांदी 100 रुपये गिरकर 1,14,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
एमसीएक्स पर वायदा बाजार में सोना वायदा (5 अगस्त, 2025 को समाप्त) 0.24% की गिरावट के साथ 98,530 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी (5 सितंबर, 2025 को समाप्त) 0.17% गिरकर 1,09,783 रुपये प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी।
आगे कैसे रहेगी सोने की चाल
GJC के VC अविनाश गुप्ता का कहना है कि अगस्त सीजन में ज्लेवरी की बाईंग अच्छी होने की उम्मीद है। टैरिफ वार के बीच डॉलर की मजबूती से सोने में हल्की गिरावट आई। सोने में मौजूदा स्तर से मोमेंटम बने रहने की उम्मीद है। यहां से सोना फिर से $3350 तक का स्तर दिखा सकता है।
अविनाश गुप्ता ने कहा कि सोना महंगा होने के बाद भी ट्रेडिशनल बायर्स 22 कैरेट के ज्वेलरी की डिमांड पर अभी भी टिके हुए है। लेकिन 14-18 कैरेट सोने के ज्वेलरी की डिमांड आना शुरु हो चुकी है। सोने की कीमतों में आया उछाल आगे आने वाले समय में 14-18 कैरेट की मांग को बढ़ाएगा। उन्होंने आगे कहा कि सोने की कीमतों में गिरावट से मांग बढ़ने की उम्मीद है।
चांदी की हॉलमार्किंग पर बात करते हुए अविनाश गुप्ता ने कहा कि चांदी की हॉलमार्किंग पर BIS तेजी से काम कर रहा है। 12-18 महीनों में चांदी की हॉलमार्किंग जरूरी हो सकती है। सोने के हिसाब से लोगों की पॉकेट साइज नहीं बढ़ रही है यहीं कारण है कि चांदी की तरफ लोगों का रुझान बढ़ रहा है। चांदी में डिमांड काफी अच्छा है। चांदी में हालिया करेक्शन सिल्वर में निवेश के बेहतर मौके खोल रहा है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।