Silver Price Today: चांदी की कीमतें अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंचती नजर आई। मज़बूत इंडस्ट्रियल डिमांड, सप्लाई में कमी और अगले महीने US फेडरल रिजर्व के रेट कट की बढ़ती उम्मीदों से सपोर्ट मिला। स्पॉट चांदी 1.4% बढ़कर $54.18 प्रति औंस हो गई, जो $54.50 प्रति औंस के अपने रिकॉर्ड लेवल के करीब पहुंच गई और इसकी वीकली बढ़त 7.4% प्रति औंस तक पहुंच गई।
भारत में चांदी की कीमतें ग्लोबल बढ़त के हिसाब से रहीं और ₹173 प्रति ग्राम और ₹1.73 लाख प्रति किलोग्राम पर स्थिर रहीं, जो इन्वेस्टर्स और ज्वैलर्स दोनों की लगातार दिलचस्पी को दिखाता है।
एनालिस्ट्स ने कहा कि यह तेज़ी ज़्यादा इंडस्ट्रियल ऑफ़टेक, खासकर सोलर और इलेक्ट्रॉनिक्स से और लगातार इन्वेस्टमेंट डिमांड के कॉम्बिनेशन से आ रही है।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वाइस प्रेसिडेंट अक्ष कंबोज ने कहा, "चांदी की बढ़त को स्पेक्युलेशन के बजाय असली, अंदरूनी डिमांड से सपोर्ट मिला है।"दिसंबर में US रेट कट की उम्मीदों ने सेंटिमेंट को और बूस्ट किया है।
दिसंबर में US में रेट कट की उम्मीदों ने सेंटिमेंट को और बढ़ा दिया है।CME FedWatch टूल दिखाता है कि ट्रेडर्स रेट में ढील की 87% संभावना देख रहे हैं, जो पिछले हफ़्ते से काफी ज्यादा है। कमजोर US डॉलर ने सपोर्ट बढ़ाया है, जिससे डॉलर-प्राइस्ड मेटल्स ग्लोबल खरीदारों के लिए ज़्यादा आकर्षक हो गए हैं।
शॉर्ट टर्म में मिलेगा अच्छा सपोर्ट
मेहता इक्विटीज़ के VP कमोडिटीज़, राहुल कलंत्री के अनुसार, इंटरनेशनल मार्केट में सिल्वर अभी भी अपने लाइफटाइम हाई के पास ट्रेड कर रहा है। उन्होंने सपोर्ट के लिए $53.10–52.75 प्रति औंस और रेजिस्टेंस के लिए $53.95–54.40 प्रति औंस के अहम लेवल तय किए हैं।
एनालिस्ट्स को उम्मीद है कि जब तक इंडस्ट्रियल डिमांड मज़बूत रहेगी और रेट-कट की उम्मीदें बनी रहेंगी, सिल्वर को शॉर्ट टर्म में अच्छा सपोर्ट मिलेगा।
मार्च के अंत तक चांदी 65 डॉलर का स्तर दिखा सकता
ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वैलरी डॉमेस्टिक काउंसिल के वाइस चेयरमैन अविनाश गुप्ता ने कहा कि चांदी की तेजी यहां थमने वाली नहीं है। अगर चांदी 54.50 डॉलर प्रति औंस के अपने हाई को पार करता है तो मार्च के अंत तक चांदी 65 डॉलर का स्तर दिखा सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि चांदी के इंपोर्ट और वॉल्यूम दोनों में अच्छी बढ़त देखने को मिली। चांदी की ज्वैलरी आज गोल्ड के स्ट्रैडड के हिसाब से बन रह है यहीं कारण है कि लोगों का रुझान भी चांदी की तरफ बढ़ा है। क्योंकि जो सोना नहीं ले पा रहे वह चांदी की तरफ बढ़ रहे है। यहीं वजह है कि दाम बढ़ने के बाद भी चांदी की मांग कहीं से कम नहीं हुई है।
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