Spices Demand: त्योहारों पर मसालों की मांग कैसी है। कई मसालों में उठापटक देखने को मिल रही है। हल्दी औऱ जीरे में जहां दबाव देखने को मिला है वहीं धनिये ने तेजी दिखाई है। एनसीडीईएक्स पर हल्दी ने 1 हफ्ते में 0.25 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं 1 महीने में इसमें 3 फीसद की गिरावट देखने को मिली। वहीं जनवरी 2025 से अब तक हल्दी में 8 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। 1 साल में इसने 10 फीसदी का दबाव दिखाया है।
NCDEX पर धनिये ने 2 हफ्ते में 2 फीसदी की तेजी दिखाई है जबकि 1 महीने में इसमें 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। वहीं जनवरी 2025 से अब तक हल्दी में 3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। 1 साल में इसने 13 फीसदी का उछाल आया है।
एनसीडीईएक्स पर जीरे ने 1 हफ्ते में 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं 1 महीने में इसमें 2 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं जनवरी 2025 से अब तक जीरे में 23 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है। 1 साल में इसने 29 फीसदी का दबाव दिखाया है।
जनवरी 2025 में जीरे का भाव 24835 रुपये प्रति क्विंटल था जो मार्च 2025 में गिरकर 22750 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। वहीं जुलाई 2025 में इसमें लगातार गिरावट देखने को मिली और यह 20345 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया।
Bhoj Masale के को- फाउंडर राजेश भोजवानी ने कहा कि फेस्टिव सीजन में स्टॉग डिमांड की उम्मीद है। कंज्यूमर गिफ्टिंग के लिए मसालों का इस्तेमाल कर रहे है। फेस्टिव सीजन के चलते मसालों की डिमांड पिछले साल की तुलना में 15 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। बियानी मसाला, चार्ट मसाला की मांग ज्यादा देखने को मिल रही है। वहीं खड़े मसालों में जायफल, इलायची की भी अच्छी डिमांड दिख रही है। कंज्यूमर प्रीमियम पैकेजिंग के ऊपर फोकस दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ऑर्गेनिक मसालों की भी मांग ज्यादा है।