Coal India December Quarter Results: सरकारी कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड का अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही में शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा सालाना आधार पर 17.4 प्रतिशत घटकर 8,491.22 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने कहा कि कम बिक्री के चलते उसके मुनाफे में गिरावट आई है। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी ने 10,291.71 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। कोल इंडिया ने शेयर बाजारों को बताया है कि अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान उसकी बिक्री सालाना आधार पर घटकर 32,358.98 करोड़ रुपये रह गई। दिसंबर 2023 तिमाही में यह 33,011.11 करोड़ रुपये थी।
दिसंबर 2024 तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर बढ़कर 26,201.55 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 25,132.87 करोड़ रुपये था। देश के घरेलू कोयला उत्पादन में कोल इंडिया लिमिटेड की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
Coal India का शेयर 2 प्रतिशत टूटा
दिसंबर तिमाही में मुनाफा गिरने की वजह से कोल इंडिया का शेयर 27 जनवरी को 2 प्रतिशत गिरावट के साथ बीएसई पर 375.40 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 2.31 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले 6 महीनों में शेयर 26 प्रतिशत नीचे आया है। कंपनी में दिसंबर 2024 के आखिर तक सरकार के पास 63.13 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
शेयर ने बीएसई पर 52 सप्ताह का उच्च स्तर 544.70 रुपये 26 अगस्त 2024 को और 52 सप्ताह का निचला स्तर 361.30 रुपये 13 जनवरी 2025 को देखा था। कंपनी के शेयर के लिए अपर सर्किट लिमिट 421.50 रुपये और लोअर सर्किट लिमिट 344.90 रुपये है।
कोल इंडिया में हाल ही में अच्युत घटक ने डायरेक्टर (टेक्निकल) का पद संभाला है। घटक ने बी. वीरा रेड्डी की जगह ली है। रेड्डी पिछले वर्ष अगस्त में रिटायर हो गए थे। महारत्न कंपनी ने जानकारी दी थी कि रेड्डी के रिटायर होने के बाद से कोल इंडिया के चेयरमैन पी. एम. प्रसाद डायरेक्टर (टेक्निकल) के पद का एडिशनल चार्ज संभाल रहे थे। अच्युत घटक ने 1989 में कोल इंडिया की सब्सिडियरी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में जूनियर एग्जीक्यूटिव ट्रेनी के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की थी।