Wipro March Quarter Results: IT कंपनी विप्रो ने जनवरी-मार्च 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी कर दिए हैं। तिमाही के दौरान कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.33 प्रतिशत बढ़कर 22504.2 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 22208.3 करोड़ रुपये था। कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 25.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 3588.1 करोड़ रुपये रहा, जो मार्च 2024 तिमाही में 2858.2 करोड़ रुपये था।
कंपनी के इक्विटीहोल्डर्स के लिए मुनाफा 3569.6 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के मुनाफे 2834.6 करोड़ रुपये से 25.9 प्रतिशत ज्यादा है। मार्च 2025 तिमाही के दौरान विप्रो के खर्च बढ़कर 18978.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गए, जो एक साल पहले 18978.8 करोड़ रुपये के थे।
जनवरी में घोषित डिविडेंड को ही माना जाएगा फाइनल डिविडेंड
कंपनी ने डिविडेंड को लेकर कहा है कि 17 जनवरी 2025 को घोषित किए गए 6 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड को ही वित्त वर्ष 2024-25 के लिए फाइनल डिविडेंड माना जाएगा। इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 28 जनवरी 2025 थी। विप्रो का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में आईटी सर्विसेज कारोबार का रेवेन्यू 250.5 करोड़ डॉलर से लेकर 255.7 करोड़ डॉलर रहने का अनुमान है।
Wipro शेयर हरे निशान में बंद
16 अप्रैल को विप्रो का शेयर बीएसई पर 1 प्रतिशत से ज्यादा बढ़त के साथ 247.50 रुपये पर बंद हुआ है। कंपनी का मार्केट कैप 2.59 लाख करोड़ रुपये है। शेयर साल 2025 में अभी तक 17 प्रतिशत नीचे आया है। 3 महीनों में कीमत 14 प्रतिशत लुढ़की है। वहीं केवल एक सप्ताह में कीमत 4 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 72.73 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।