बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे (Bihar Election Results 2020) अब मोटे तौर पर साफ हो चुके हैं। रुझानों में NDA को बहुमत मिल गया है तो महागठबंधन की सत्ता से दूरी बरकरार रहेगी। खबर लिखे जाने तक NDA 123 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि महागठबंधन 113 सीटों पर आगे है। अन्य के खाते में अभी सात सीटें आती हुई नजर आ रही हैं। लेकिन असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के नेतृत्व वाली पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए- इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन (AIMIM) ने बिहार में कमाल किया है। ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल क्षेत्र में 5 सीटें जीत (खबर लिखे जाने तक 3 पर जीत और 2 पर आगे) ली है। बिहार में अब तक के चुनावों में ओवैसी की पार्टी का ये शानदार प्रदर्शन है। जिस हिसाब से कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि ओवैसी के पास बिहार की सत्ता की चाभी हो सकती है।
AIMIM के उम्मीदवारों ने आमौर, कोचाधमन, जोकीहाट, बहादुरगंज और बाइसी में शानदार जीत दर्ज की है, जहां उसने अख्तरुल ईमान, मुहम्मद इजहार असफी, शाहनवाज आलम, सैयद रुकनुद्दीन और अजहर नईम को मैदान में उतारा था। बिहार विधानसभा चुनाव की तस्वीर धुंधली नजर आने के बीच AIMIM ने मंगलवार को राज्य की जनता ने उन लोगों ने माकूल जवाब दिया है जो उसे वोट कटवा कह रहे थे। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली पार्टी बिहार के जिन सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है इन इलाके में अच्छी-खासी मुस्लिम आबादी है।
बिहार के चुनाव नतीजों की तस्वीर अभी साफ नहीं है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि खंडित जनादेश की स्थिति में AIMIM की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है। AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता आसिम वकार ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि खंडित जनादेश की स्थिति में पार्टी के रुख का फैसला पार्टी प्रमुख ओवैसी करेंगी, लेकिन पार्टी BJP से संबंधित किसी गठजोड़ के साथ नहीं जाएगी।
बिहार चुनाव के प्रचार के समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने AIMIM को BJP की बी टीम करार देते हुए कहा था कि यह वोट कटवा की भूमिका निभा रही है। इस संदर्भ में वकार ने कहा कि जिन लोगों ने वोट कटवा कहा था, उन्हें जनता ने माकूल जवाब दिया है। AIMIM 2015 के बिहार विधानसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन किया था।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने ओवैसी को वोट कटर ठहराया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि बिहार चुनाव में BJP की असदुद्दीन ओवैसी साहब की पार्टी का उपयोग करने की रणनीति एक हद तक सफल रही। सभी सेक्युलर दलों को वोट कटर ओवैसी साहब के बारे में सतर्क रहना चाहिए।
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