केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने शुक्रवार को ब्रिटेन स्थित पॉलिटिकल कंसल्टिंग कैंब्रिज एनालिटिका (Cambridge Analytica) के खिलाफ भारत के 5.62 लाख फेसबुक यूजर्स के व्यक्तिगत डेटा की चोरी करने के आरोप में मामला दर्ज किया। न्यूज एजेंसी PTI ने ये जानकारी देते हुए बताया कि जांच एजेंसी ने इसी मामले में ब्रिटेन से बाहर स्थित एक दूसरी फर्म ग्लोबल साइंस रिसर्च (GSRL) का भी नाम शामिल किया है।
रिपोर्टों के अनुसार, यह आरोप है कि GSRL ने भारत में अवैध रूप से लगभग 5.62 लाख यूजर्स के पर्सनल डेटा को इकट्ठा किया और इसे कैंब्रिज एनालिटिका के साथ शेयर किया, जिसे कंसल्टिंग फर्म ने तब भारत में चुनावों को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल किया था। मालूम हो कि भारत में फेसबुक के 20 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं।
दरअसल तीन साल पहले मार्च 2018 में कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्लेटफार्मों ने कैंब्रिज एनालिटिका के पूर्व कर्मचारियों, सहयोगियों और दस्तावेजों का हवाला देते हुए कहा था कि कंपनी ने पांच करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स का डेटा और फेसबुक से उनकी निजी जानकारी की बिना उनकी अनुमति के चोरी की है।
मार्क जुकरबर्ग के नेतृत्व वाले फेसबुक ने कहा था कि लगभग 8.7 करोड़ (87 मिलियन) लोगों का डेटा, ज्यादातर अमेरिका में शायद कैंब्रिज एनालिटिका के साथ गलत तरीके से शेयर किया गया है। साल 2018 में आईटी मंत्रालय ने फेसबुक और कैंब्रिज एनालिटिका को पत्र भेजकर डेटा उल्लंघन के मामले सामने आने के बाद उनसे इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा था।
इसके बाद सीबीआई ने सितंबर 2018 में कैंब्रिज एनालिटिका और सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक के खिलाफ आरोपों की शुरुआती जांच शुरू की थी। इस जांच में कथित तौर पर कहा गया था कि GSRL के संस्थापक और निदेशक डॉ. अलेक्जेंडर कोगन ने thisisyourdigitallife नाम से एक ऐप बनाया था।