बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के ऊपर तेज हो रहे चक्रवात गुलाब (Cyclone Gulab) के मद्देनजर नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) ने शनिवार को कहा कि वह एहतियात के तौर पर ओडिशा (Odisha) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में कुल 18 टीमों को तैनात कर रहा है। NDRF ने और जानकारी देते हुए कहा कि वह ओडिशा में 13 टीमों और आंध्र प्रदेश में 5 टीमों को तैनात करेगा।
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल सरकार ने आगामी चक्रवात गुलाब के कारण शनिवार को सभी सरकारी कर्मचारियों की 5 अक्टूबर तक की छुट्टियां रद्द कर दीं।
पश्चिम बंगाल सरकार ने एक आदेश में कहा, "बंगाल की खाड़ी में गहरे दबाव के कारण भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए राज्य सरकार के सभी कर्मचारियों की 5 अक्टूबर तक की छुट्टी तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई है।"
दरअसल बंगाल की खाड़ी के उत्तरपूर्वी और उससे जुड़े पूर्वी मध्य क्षेत्र में गहरे दबाव का क्षेत्र बनने पर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को ओडिशा तथा आंध्र प्रदेश के लिए चक्रवाती तूफान की चेतावनी जारी की। गहरे दबाव का क्षेत्र गोपालपुर से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व और आंध्र प्रदेश में कलिंगपत्तनम से 590 किलोमीटर पूर्व में शनिवार सुबह बना।
IMD ने कहा, "इसके अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। ये 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ सकता है।"
ओडिशा के उत्तरी अंदरुनी इलाकों, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी रविवार को भारी बारिश हो सकती है। इसी तरह IMD ने 27 सितंबर के लिए ओडिशा और तेलंगाना के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। साथ ही तटीय पश्चिम बंगाल के कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
उसने बंगाल की खाड़ी के उत्तरपश्चिम और पश्चिम-मध्य क्षेत्र में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने का भी अनुमान जताया है।
अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने को कहा गया है।
IMD ने 26 सितंबर को तटीय आंध्र प्रदेश और अगले दो दिनों में ओडिशा और छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों के जलमग्न होने और निचले इलाकों में जलभराव का भी अनुमान जताया है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त ने सभी जिलाधीशों से मौसम पूर्वानुमान के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा है।