देश के पहले ट्रैक और फील्ड सुपरस्टार और भारतीय खेल जगत का बड़ा नाम रहे मिल्खा सिंह नहीं रहे। 91 साल की उम्र में कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से चंडीगढ़ के एक अस्पताल में उनकी मौत हो गई। शुक्रवार 18 जून देर रात मिल्खा सिंह की मौत हो गई। दो दिन पहले ही उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें चंडीगढ़ के पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च के कोविड इंटेंसिव केयर यूनिट में शिफ्ट किया गया था। 
मिल्खा सिंह के परिवार की तरफ से शुक्रवार देर रात बयान जारी करके उनकी मौत के बारे में बताया गया। परिवार की तरफ से जारी रिलीज में कहा गया है, "बेहद दुख के साथ यह बताना पड़ रहा है कि मिल्खा सिंह जी की मौत शुक्रवार 18 जून 2021 की रात 11.30 बजे हुई।"
इस बयान में यह भा कहा गया है, "उन्होंने बहुत संघर्ष किया लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। शायद यह उनका सच्चा प्यार था कि हमारी मां निर्मला जी की मौत के 5 दिनों के भीतर पिता मिल्खा सिंह की भी मौत हो गई।"
कोरोनावायरस संक्रमण के बाद मिल्खा सिंह को ऑक्सीजन की दिक्कत होने लगी थी। 91 साल के मिल्खा सिंह पिछले बुधवार ही कोरोनावायरस संक्रमण से नेगेटिव आ गए थे। 
मिल्खा सिंह की पत्नी 85 वर्षीय की निर्मला कौर की मौत भी रविवार को चंडीगढ़ के इसी अस्पताल में हुई थी। कौर देश की महिला वॉलबॉल टीम की कैप्टन रह चुकी थीं। कोरोनावायरस संक्रमण के कारण घर में कुछ दिन रहने के बाद 3 जून को उन्हें मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।