विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने शनिवार को कहा कि भारत ने अब तक 15 देशों में COVID-19 वैक्सीन सप्लाई की है। इसके अलावा 25 देश अलग-अलग स्तरों पर कतार में हैं। उन्होंने कहा कि भारत से वैक्सीन पाने के इच्छुक देशों की तीन कैटेगरी हैं- गरीब, मूल्य संवेदनशील राष्ट्र और तीसरे वे देश, जो सीधे दवा बनाने वाली कंपनियों से टीका खरीद सकते हैं।
जयशंकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, "मुझे लगता है कि अभी हम लगभग 15 देशों को सप्लाई कर चुके हैं। मैं कहूंगा कि लगभग 25 देश, ऐसे होंगे जो अलग-अलग चरणों में इसी कतार में हैं, लेकिन आज जो कुछ भी हमने किया है, उससे दुनियाभर में भारत का नाम रोशन हो रहा है।"
मंत्री ने कहा कि कुछ गरीब देशों को अनुदान के आधार पर वैक्सीन की आपूर्ति की जा रही है, जबकि कुछ देशों ने उसी कीमत पर वैक्सीन ली है, जिस कीमत पर भारत सरकार ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनी से ली है। इसके अलावा कुछ देशों के भारतीय वैक्सीन उत्पादक कंपनियों के साथ सीधे कॉन्ट्रैक्ट हैं और उन्होंने वाणिज्यिक रूप से बातचीत की है।
मालूम हो केंद्र ने पहले ही भारत बायोटेक के कोवाक्सिन और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है, जसके बाद 16 जनवरी से देशभर में वैक्सीनेशन ड्राइव जारी है। ड्रग निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज ने हाल ही में कहा कि वह मार्च में रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी के लिए ईयूए के लिए ड्रग रेगुलेटर से बात करेगी।
जयशंकर ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का विचार देश को "विश्व की फार्मेसी" के रूप में स्थापित करना था। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक 54 लाख से ज्यादा लोगों कोरोनावायरस वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) लगाई जा चुकी है।
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