पश्चिम बंगाल में विधानसभा (Bengal Election 2021) चुनाव से पहले ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की तृणमूल कांग्रेस को लगातार झटके मिल रहे हैं। राजीव बनर्जी के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद TMC विधायक दीपक हल्दर (Dipak Haldar) ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। डायमंड हार्बर से दो बार विधायक रहे दीपक ने  पार्टी नेतृत्व पर उन्हें लोगों के लिए काम नहीं करने देने का आरोप लगाया था। हालांकि उन्होंने बीजेपी जॉइन करने के मामले पर वो चुप्पी साधे हुए हैं।

दीपक हल्दर ने कहा था कि कि मैं दो बार विधायक चुना गया हूं, लेकिन 2017 के बाद से मुझे जनता के लिए ठीक से काम नहीं करने दिया जा रहा। नेतृत्व को इस बारे में बताए जाने के बावजूद हालात को सुधारने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया। मुझे पार्टी कार्यक्रमों की कोई जानकारी नहीं मिलती। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों और समर्थकों के प्रति जवाबदेह हूं।

हल्दर ने कहा कि इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया है। हल्दर पिछले कुछ महीनों से पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बोल रहे हैं। हल्दर को बीजेपी नेता सोवन चटर्जी का तब से निकट सहयोगी माना जाता है, जब चटर्जी तृणमूल में थे। उन्होंने चटर्जी से दक्षिण कोलकाता स्थित उनके आवास पर हाल ही में मुलाकात भी की थी।

वहीं तृणमूल नेतृत्व ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हलदर को जिले के एक कॉलेज में पार्टी के छात्र मोर्चे के गुटों के बीच आपसी झड़प में कथित तौर पर शामिल होने के लिए गिरफ्तार किए गया था, इसके बाद 2015 में उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया था।

मालूम हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद से तृणमूल के 17 विधायक और एक सांसद बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। राज्य में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।

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