रैली और तेज होने की उम्मीद, 1 साल में 75,000 तक जाएगा SENSEX:अमिषा वोरा

मार्केट के दिग्गजों को रैली और तेज होने की उम्मीद है। Prabhdas Lilladher की Amisha Vora ने आवाज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि SENSEX 1 साल में 75 हजार तक जाएगा।
सेंसेक्स के 50 हजार के स्तर छूने पर टिप्पणी करते हुए अमिषा ने कहा कि बाजार नें ऐसे बहुत से उतार -चढ़ाव देखे हैं। उन सब उतार-चढ़ाव के बाद भी अंतिम डायरेक्शन सिर्फ ऊपर की तरफ होता है ये देखकर हमें बहुत अच्छा फील होता है। बाजार नें मार्च में लोअर सर्किट देखने के बाद 50000 के स्तर देखा है, यह अपने में बहुत बड़ी बात है। उन्होंने आगे कहा कि पिछला पूरा एक दशक भारत के लिए स्लो ग्रोथ का दशक रहा है। लेकिन सरकार रिफार्म के लिए जिस तरह से कदम उठा रही उससे लगता है कि आगे देश में तेज ग्रोथ देखने को मिलेगी। बीच में हमें बाजार हमे थोड़ा बहुत करेक्शन देखने को मिल सकता है लेकिन अगले 1 साल में सेंसेक्स निश्चित रुप से 75000 का स्तर देखेगा। आगे बाजार में तेजी जारी रहने की उम्मीद है।
उन्होंने आगे कहा कि बजट सरकार की प्राथमिकताओं के निर्धारण के नजरिए से काफी अहम होता है। लेकिन हम सभी जानते हैं कि सेंसेक्स ने 50 हजार का जो स्तर देखा है उसकी वजह न तो बजट से उम्मीदें हैं और न ही कंपनियों के नतीजे रहे हैं। बाजार में इस तेजी की वजह जोरदार ग्लोबल लिक्विडिटी और कोविड से अच्छी तरह से निपटने की भारत की क्षमता रही है। तुलनात्मक रूप से देखें तो भारत को दूसरे अहम देशों की तुलना मे कोविड से काफी कम नुकसान हुआ है। इसके अलावा पेंटअप डिमांड और रुरल इकोनॉमी के जोर पकड़ने की वजह से भी बाजार को सपोर्ट मिला है।
अमिषा ने कहा कि अगर बजट में कुछ ऐसे प्रावधान होते हैं जिससे लोगों के पास खर्च करने के लिए पैसे बचतें हैं(यानी टैक्स में कटौती होती है तो बाजार में और तेजी देखने को मिलेगी। बाजार की आगे की दशा और दिशा हमारी इकोनॉमी की मजबूती, फंडा मेंटल आंकड़ो और सबसे ज्यादा घरेलू और ग्लोबल इन्फ्लेशन की स्थिति पर निर्भर करेगा। बॉन्ड ग्लोबली कैसे रहते हैं और क्या उनमें कोई डिस्टर्बेंस तो नहीं है इस पर बाजार की नजर रहेगी। बजट में बाजार की नजर वित्तीय घाटे के आंकड़ों पर रहेगी। अगर ये सब ठीक रहते हैं तो बीच में हल्के-फुल्के करेक्शन के साथ बाजार में तेजी जारी रहेगी और क्वालिटी स्टॉक्स में तेजी देखने को मिलेगी।
अमिषा ने बताया कि उनके फंड का 50-55 फीसदी फोकस लॉर्जकैप निफ्टी कंपनियों पर है। 30-35 फीसदी एक्सपोजर नॉन निफ्टी यानी मिडकैप में है। जबकि 15-20 फीसदी एक्सपोजर स्मॉलकैप में है। लार्ज कैप में आईटी, फार्मा, ऑटोमोबाइल और प्राइवेट बैंक पर ओवरवेट हैं। इसके अलावा ऑयल एंड गैस पर तो नहीं लेकिन रिलायंस पर बुलिश हैं। मिडकैप में केमिकल, ऑटो एंसीलरी पर तेजी का नजरिया है। इसके अलावा अगले 3 से 5 सालों में हमें रेसीडेंसियल रियल एस्टेट में जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है। इन सेक्टरों के चुनिंदा क्वालिटी और मजबूत बैलेंसशीट वाले शेयरों में निवेश की सलाह है।
केमिकल सेक्टर में फिलिप्स कॉर्बन ब्लैक अमिषा को काफी अच्छा दिख रहा है। अमिषा के मुताबिक केमिकल सेक्टर का एक और शेयर नेसिल में भी आगे काफी अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।
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