Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या (Ayodha) में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Prathishta) से पहले सुरक्षा बेहद ही कड़ी कर दी गई है, फिर चाहे वो जमीनी सुरक्षा होगा या वर्चुअल... वर्चुअल से यहां हमारा मतलब है साइबर सुरक्षा (Cyber Security) से है। केंद्र सरकार भी इसे लेकर बहुत चोकस है। इसी कड़ी में अगले हफ्ते राम मंदिर के उद्घाटन से पहले साइबर खतरों से निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने एक हाई लेवल साइबर एक्सपर्ट टीम को उत्तर प्रदेश के अयोध्या भेजा है। इस टीम में MHA के I4C सदस्य, Meity अधिकारी, IB, CERT-IN अधिकारी और साइबर मामलों के विशेषज्ञ भेजे गए थे।
News18 ने सूत्रों के हवाले से बताया, गृह मंत्रालय, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, CERT-IN और केंद्रीय खुफिया एजेंसी IB के अधिकारी इस हफ्ते के आखिर में अयोध्या का दौरा करेंगे। सूत्रों ने ये भी पुष्टि की है कि एक मजबूत सिस्टम बनाने के लिए तैयारियों और जरूरतों की जांच के लिए एक ज्वाइंट टीम ने कुछ दिन पहले अयोध्या का दौरा किया था।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि समारोह के दौरान साइबरस्पेस पर कंटेंट बढ़ती मात्रा के कारण, अधिकारी ऑनलाइन गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखेंगे। ज्यादातर चिंताएं पाकिस्तान और इंडोनेशिया में हैकर की तरफ से आने वाले संभावित साइबर खतरों को लेकर है, जो ऑनलाइन कंटेंट में हस्तक्षेप कर सकते हैं या ब्रॉडकास्ट को हैक करने की कोशिश कर सकते हैं।
रिपोर्ट में इस मामले से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने यह भी बताया कि एक सीनियर लेवल का अधिकारी अलग-अलग केंद्रीय और स्थानीय एजेंसियों के साथ समन्वय करते हुए टीम की निगरानी करेगा।
साइबर धोखाधड़ी के लिए सेंट्रल हेल्पलाइन को पहले से ही पैसों की धोखाधड़ी के बारे में शिकायतें मिल रही हैं, जिसमें राम मंदिर के लिए दान के बहाने भक्तों का शोषण किया जा रहा है।
कुछ वेबसाइटें श्री राम जन्मभूमि मंदिर से 'प्रसाद' के लिए पैसों की मांग कर रही हैं। ऐसी वेबसाइट का टारगेट कथित तौर पर खूब सारा पैसा और पर्सनल डेटा इकट्ठा करना होता है, जिससे संभावित धोखाधड़ी और डेटा समझौता का खतरा होता है।
इसके अलावा, 'श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा' की आड़ में काम करने वाली ये वेबसाइटें अपने डिस्क्लेमर में साफतौर से आधिकारिक श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट (SRJBT) से दूरी बनाती हैं। इन अभियानों को इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के साथ-साथ ऑनलाइन न्यूज पोर्टल के जरिए भी प्रचारित किया जा रहा है।