चीन की मोबाइल कंपनी वीवो इंडिया (Vivo India) भारत के सरकारी खजाने को जबरदस्त चूना लगा रही है। एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने गुरुवार को बताया कि भारत में टैक्स चोरी करने के लिए Vivo हर साल अपने कुल टर्नओवर का 50% यानि करीब 62,476 करोड़ रुपए रेमिटेंस के तौर पर चीन भेज देती है। नियम के मुताबिक अगर कोई विदेशी नागरिक रेमिटेंस के तौर पर अपनी आमदनी का जो हिस्सा बाहर भेजता है उस पर टैक्स नहीं लगता है।
Vivo की यह चोरी पकड़ने के लिए ED ने 5 जुलाई को Vivo Mobiles India और इससे जुड़ी 23 कंपनियों के 48 लोकेशन पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में ED को 119 बैंक अकाउंट से 465 करोड़ हुए हासिल हुए हैं। इसमें Vivo India के 66 करोड़ रुपए के FD, 2 किलो गोल्ड बार और 73 लाख रुपए कैश बरामद किए गए हैं।
ED ने कहा है कि Vivo के पूर्व डायरेक्टर बिन लोउ 2018 में ही भारत छोड़कर जा चुके हैं। उन्हें उस वक्त ही ये अहसास हो चुका था कि उनकी कई कंपनियां जांच के दायरे में हैं।