Food inflation : मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने 31 अगस्त को कहा कि महंगाई के नियंत्रण से बाहर होने के बारे में "चिंता करने की जरूरत नहीं" है। अप्रैल-जून की अवधि के जीडीपी डेटा जारी होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, नागेश्वरन ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ-साथ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) अगस्त में कम बारिश को देखते हुए कीमतों पर बढ़ोतरी पर नजर बनाए हुए हैं। नागेश्वरन ने कहा, "कोर महंगाई दर में गिरावट आ रही है। खाने-पीने की कुछ खास चीजों की ही महंगाई बढ़ी है। ऐसे में, कुल मिलाकर मुझे लगता है कि महंगाई को लेकर चिंता की कोई वास्तविक वजह नहीं है। महंगाई नियंत्रण से बाहर नहीं हो पाएगी।"
उन्होंने आगे कहा, "सरकार और आरबीआई दोनों अपने-अपने तरीके से महंगाई से निपटने के उपाय कर रहे हैं जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि पर्याप्त आपूर्ति और उपलब्धता बनी रहो और कीमतों में बढ़त पर नियंत्रण बना रहे।"
जुलाई में खुदरा महंगाई 15 महीने के हाई पर रही
गौरतलब है कि असमान और कम बारिश और सप्लाई में आई कमी के चलते पिछले कुछ महीनों में सब्जियों और कुछ दालों की कीमतों में तेजी से बढ़त हुई है। इससे जुलाई में खुदरा (रिटेल महंगाई) महंगाई 15 महीने के हाई 7.44 फीसदी पर पहुंच गई। जुलाई में, सब्जीयों की महंगाई के 37.3 फीसदी तक पहुंचने के कारण खाने-पीने की चीजों की खुदरा महंगाई दोगुनी से भी ज्यादा बढ़कर 11.5 फीसदी हो गई। ये दोनों आंकड़े जनवरी 2020 के बाद से सबसे हाई लेवल पर हैं।
हालांकि, सरकार ने कीमतों को नियंत्रण से बाहर होने से रोकने के लिए कई उपाय किए हैं - जिसमें रियायती कीमतों पर टमाटर की बिक्री, प्याज पर 40 फीसदी निर्यात शुल्क लगाना, गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध, उबले चावल पर 20 फीसदी निर्यात शुल्क और चावल-गेहूं की खुले बाजार में बिक्री जैसे उपाय शामिल हैं।
इस बीच, आरबीआई एमपीसी ने 2022-23 में 250 आधार अंकों की तेज बढ़ोतरी के बाद लगातार तीन बैठकों से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है और इसे 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है।
अगस्त में खुदरा महंगाई 7 फीसदी के आसपास रहने का अनुमान
हालांकि अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगस्त में खुदरा महंगाई 7 फीसदी के आसपास बनी रहेगी। बता दें कि अगस्त के खुदरा महंगाई आंकड़े 12 सितंबर को जारी किए जाएंगे। नागेश्वरन का कहना है कि बाजार में ताजा स्टॉक आने और सप्लाई की स्थिति में सुधार होने पर खाने-पीने की चीजों की महंगाई कम होने की संभावना है। अगस्त में बारिश कम रही है। ऐसे में आरबीआई और सरकार दोनों की नजरें खाने-पीने की चीजों के घरेलू और ग्लोबल कीमतों पर बनी रहेंगी।