Infosys salary : भारत की दिग्गज IT कंपनी इंफोसिस ने जूनियर पदों से लेकर सीनियर पदों तक के कर्मचारियों के लिए 5 फीसदी से 8 फीसदी तक की वेतल बढ़ोतरी की है। टाइम्स ऑफ इंडिया को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबित कंपनी ने बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले शीर्ष कर्मचारियों को डबल डिजिट वेतन बढ़ोतरी की पेशकश की है। इंफोसिस अप्रैल में एसोसिएट वीपी,एसवीपी और ईवीपी के पद पर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी कर सकती है।
दिसंबर तिमाही के नतीजों के ऐलान के समय की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंफोसिस के सीएफओ जयेश संघराजका ने कहा था कि भारत में कर्मचारियों के लिए औसत वेतन बढ़ोतरी 6 फीसदी से 8 फीसदी के बीच है। जनवरी से मिड लेवल के कर्मचारियों की वेतन वृद्धि को दो किस्तों में लागू किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक इस साल की बढ़ोतरी व्यापक आधार पर की गई है। इसमें कर्मचारियों के प्रदर्शन पर अधिक ध्यान दिया गया है। जबकि पिछले अप्रेजल साइकिल में कार्यकाल एक बढ़े घटक के रुपए में शामिल था। हाल ही में एक टाउन हॉल में, इंफोसिस के चीफ एचआर ऑफीसर शाजी मैथ्यू ने कर्मचारियों को बताया था कि वित्त वर्ष के अंत से पहले लेटर आ जाएंगे। इंफोसिस ने कहा कि वह इस तिमाही में 15,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
2025-26 में, कंपनी 20,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना पर काम कर रही है। इंफोसिस ने दिसंबर तिमाही में 5,591 नए कर्मचारियों को जोड़ा। इससे कंपनी के कुछ कर्मचारियों की संख्या 323,379 हो गई है। हालांकि, दिसंबर तिमाही में एट्रिशन (नौकरी छोड़ने की दर) बढ़कर 13.7 फीसदी हो गई जो पिछली तिमाही में 12.9 फीसदी पर थी।
इंफोसिस ने पिछली बार 1 नवंबर, 2023 से वेतन में बढ़त की थी। इसके पहले नकदी बचाने के लिए वित्त वर्ष 2022 में वेतन बढ़ोतरी रोक दी गई थी। कंपनी ने अक्टूबर 2023 में अपना एनुअल अप्रेजल साइकिल फिर से शुरू किया। पिछले महीने कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर जयेश संघराजका ने कहा था कि इंफोसिस भारत में 6-8 फीसदी वेतन बढ़त पर विचार कर रही है। इससे बेहतर प्रदर्शन करने वालों को काफी अधिक वेतन मिलेगा,जबकि विदेशों में वेतन बढ़त लो सिंगल डिजिट में रहेगी।
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी के नतीजे अच्छे रहे थे। इस अवधि में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 11.4 फीसदी की बढ़त हुई और यह 800 मिलियन डॉलर पर पहुंच गई। वहीं, इसकी आय 7.6 फीसदी की बढ़त के साथ 4.9 बिलियन डॉलर पर रही।