केंद्रीय जांच एजेंसी CBI ने चल रही इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा- JEE Main में धांधली करने की कोशिश करने के आरोप में सात लोगों को हिरासत में लिया है। News18 ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि किसी और को परीक्षा देने के बदले में कैंडिडेट की तरफ से 15 लाख रुपए का भुगतान किया जा रहा था। एक सूत्र ने News18 को बताया, "हर एक कैंडिडेट से 15 लाख रुपए मांगे गए थे। बदले में कोई और उनकी परीक्षा देगा और साजिशकर्ताओं की तरफ से पॉजिटिव रिजल्ट का आश्वासन दिया गया था।"
CBI के एक बयान में कहा गया है कि इस संबंध में 1 सितंबर को मामला दर्ज किया गया था और उसके बाद दिल्ली, NCR, पुणे और जमशेदपुर में 20 लोकेशन पर छापेमारी की गई थी।
सीबीआई ने कहा, "एक प्राइवेट कंपनी, उसके डायरेक्टर्स, तीन कर्मचारियों और निजी व्यक्तियों सहित कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।"
CBI ने कहा कि जांच के दायरे में आने वाले निजी शिक्षण संस्थानों में उनके दलाल, सहयोगी और कर्मचारी JEE एग्जाम सेंटर पर तैनात थे। हिरासत में लिए गए लोगों और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ जांच जारी है। अधिकारियों के अनुसार, कम से कम एक साजिशकर्ता बिहार का है।
JEE-Main पहले CBSE की तरफ से कराया जाता था, लेकिन वर्तमान में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ये परीक्षा कराती है। NTA की स्थापना परीक्षाओं को ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए की गई थी।