मध्य प्रदेश के रतलाम में शनिवार देर रात बवाल हो गया है। गणेश प्रतिमा ले जा रहे जुलूस पर मोचीपुरा इलाके में पथराव हो गया है। जिससे पत्थर जुलूस में चल रहे एक शख्स को लगा। इसके बाद दोबत्ती थाने में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। काफी संख्या में जमा लोग नारेबाजी करने लगे। थाने पर मौजूद हिंदू संगठनों के लोगों ने पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने स्थिति में नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
करीब 500 लोगों की भीड़ थाना घेरकर खड़ी हो गई, जिसके बाद पुलिस ने आधी रात को अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की। भीड़ वापस लौटने लगी तो उन पर फिर से पत्थर फेंक दिए गए। जिससे लोग भड़क गए और जवाब में पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया। आरोप है कि लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया है।
बवाल को देखते हुए पुलिस ने FIR दर्ज कर ली। रतलाम सीएसपी ने अनुराग वारंगे बताया कि बीती रात मोचीपुरा क्षेत्र में कुछ विवाद की सूचना मिली थी। गणेश स्थापना जुलूस के दौरान जुलूस में चल रहे युवक के पीछे से आकर पत्थर लगा है। जिस पर पुलिस ने तुरंत पहुंच कर सीसीटीवी कैमरे के वीडियो में एक युवक जो पत्थर फेंक रहा था। उसे तुरंत राउंड अप किया और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इलाके में अब भी तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। हिंदू संगठनों ने जुलूस पर पत्थर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में आंदोलन करने की चेतावनी दी है। कहा जा रहा है कि भीड़ को आंसू गैस छोड़कर तितर-बितर किया गया है।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात
रतलाम एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने बताया की विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मामले को शांत कर दिया है। गणेश स्थापना जुलूस के दौरान पत्थर फेंकने से नाराज एक पक्ष ने थाने का घेराव किया था। प्रदर्शनकारी पत्थर फेंकने वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। पुलिस ने उनकी बात पर मामला दर्ज कर आरोपी को राउंड अप किया है। सुरक्षा को देखते हुए शहर के कई इलाकों में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।
अफवाह पर ध्यान नहीं दिया जाए - पुलिस
वहीं लोढ़ा ने आम लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाए। सोशल मीडिया पर किसी भी तरह के भड़काने वाले संदेश जारी नहीं किए जाएं। यहां तक की कोई गलत बात बोले तो इसकी सूचना फौरन पुलिस को दी जाए।