महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित कर दिए गए। विधानसभा चुनाव में महायुति को बड़ी सफलता मिली है, जबकि महाविकास अघाडी को बड़ा झटका लगा है। ऐसा माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव महा विकास अघाडी और महायुति के बीच कांटे का मुकाबला होगा, लेकिन जहां महायुति को बड़ी सफलता मिली, वहीं महाविकास अघाडी के कई दिग्गज नेताओं को हार से झटका लगा। कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट संगमनेर सीट से हार गए। उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले अमोल खताल जीत गए हैं।
अमोल ने शिव सेना (शिंदे) पार्टी से चुनाव लड़ा था। अमोल खताल बालासाहेब थोराट को हरा कर 'जाइंट किलर' बन गए हैं। इसीलिए प्रदेश की राजनीति में उनकी चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं कि अमोल खताल कौन हैं, जिन्होंने आठ बार के कांग्रेस के दिग्गज को हराया।
अमोल खताल ने संगमनेर विधानसभा क्षेत्र से शिव सेना (शिंदे) पार्टी से चुनाव लड़ा था। दरअसल, विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद अमोल खताल भारतीय जनता पार्टी छोड़ कर शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें शिवसेना का टिकट मिला। अमोल खताल को बीजेपी नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल का करीबी माना जाना जाता है।
अमोल खताल का कोई बड़ी राजनीतिक करियर नहीं है। हालांकि, वह राज्य की राजनीति में सुर्खियों में आ गए हैं, क्योंकि उन्होंने आठ बार विधायक का चुनाव जीतने वाले बालासाहेब थोराट को हराया है।
अमोल खताल की राजनीतिक शुरुआत संगमनेर तालुका मंच पर कांग्रेस पदाधिकारी के रूप में हुई थी। हालांकि, बाद में उन्होंने बालासाहेब थोराट की भूमिका से नाराजगी जताते हुए राधाकृष्ण विखे पाटिल के नेतृत्व में काम करना शुरू कर दिया।
इसके अलावा, अमोल खताल ने संगमनेर तालुक में एक बड़ा जनसंपर्क बनाया। 2024 के विधानसभा चुनाव में संगमनेर विधानसभा सीट महायुति में शिंदे गुट के पास चली गई। इसलिए, अमोल खताल ने शिवसेना का दामन थामा और विधानसभा चुनाव लड़ा और दिग्गज नेता बालासाहेब थोराट को हराया।
इस बीच, विधानसभा नतीजों में अमोल खताल ने पोस्टल वोटिंग राउंड को छोड़कर हर राउंड में अपनी बढ़त बनाए रखी। थोराट 21 राउंड में से किसी में भी बढ़त नहीं ले सके। खताल को 1 लाख 12 हजार 386 वोट मिले, जबकि थोराट को 1 लाख 1 हजार 826 वोट मिले। इसलिए जाइंट किलर बने खटाल ने 10 हजार 560 वोटों से जीत हासिल की।