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Visa Scam Case: चीनी नागरिकों को अवैध तरीके से वीजा दिलाने के मामले आज CBI के सामने पेश हो सकते हैं कार्ति चिदंबरम, क्या गिरफ्तारी होगी?

यह मामला 2011 का है जब कार्ति चिदंबरम के पिता पी. चिदंबरम के गृह मंत्री रहते 263 चीनी नागरिकों को कथित तौर पर वीजा जारी किया गया था

अपडेटेड May 25, 2022 पर 10:39 AM
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कार्ति चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है

कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम (Congress MP Karti Chidambaram) कथित वीजा घोटाले के मामले में जांच में सहयोग के लिए आज यानी बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के सामने पेश हो सकते हैं। तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति को आज पूछताछ के लिए नई दिल्ली स्थित एजेंसी के मुख्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, 11 बजे तक कार्ति चिदंबरम को सीबीआई मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है।

सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई की विशेष अदालत की अनुमति से ब्रिटेन और यूरोप की यात्रा पर गए कार्ति मंगलवार को वापस आने वाले थे। सीबीआई विशेष अदालत के आदेश के अनुसार, कार्ति को वापस आने के 16 घंटे के भीतर सीबीआई जांच में शामिल होना है।

क्या है पूरा मामला?


कार्ति चिदंबरम पर सीबीआई ने एक ऊर्जा कंपनी में कार्यरत 263 चीनी नागरिकों को 11 साल पहले 50 लाख रुपये की रिश्वत लेकर वीजा दिलाने का आरोप लगाया है। उस समय कार्ति के पिता पी चिदंबरम केंद्रीय गृह मंत्री थे। वेदांत समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (TSPL) पंजाब में एक प्लांट लगा रही थी और इसके लिए एक चीनी कंपनी को जिम्मा दिया गया था।

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FIR के अनुसार, TSPL के अधिकारी ने 263 चीनी श्रमिकों के लिए फिर से वीजा जारी करने के एवज में कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। सीबीआई ने पिछले मंगलवार को चेन्नई और दिल्ली में चिदंबरम के आवासों समेत देश के अनेक शहरों में 10 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था।

कार्ति का करीबी गिरफ्तार

इसी मामले में हाल ही में कार्ति के बेहद खास सहयोगी एस. भास्कररमन को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई की FIR के अनुसार, कार्ति और भास्कररमन को TSPL के एक अधिकारी ने 50 लाख रुपये की रिश्वत दी थी। इस केस में अब कार्ति चिदंबरम के ऊपर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।

लिहाजा उसके वकीलों ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। हालांकि याचिका को सीबीआई कोर्ट ने खारिज कर दिया था। लेकिन कोर्ट ने एजेंसी को निर्देश दिया है कि कार्ति चिदंबरम को गिरफ्तार करने से पहले करीब 72 घंटे पहले उन्हें आप सूचित करेंगे। उसके बाद ही उन्हें आप गिरफ्तार कर सकते हैं।

पी. चिदंबरम भी आ सकते हैं रडार पर

इस मामले की अगर गंभीरता को गौर से देखा जाए तो पी. चिदंबरम से भी जांच एजेंसी पूछताछ कर सकती है। एजेंसी को ये जानकारी मिली है कि कार्ति चिदंबरम और उनके सहयोगी तत्कालीन गृह मंत्री के नाम और पद का दुरुपयोग करते हुए इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। माना जा रहा है कि सीबीआई की टीम पी. चिदंबरम को भी समन भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है।

कार्ति चिदंबरम ने उत्पीड़न की कार्रवाई बताया

कार्ति चिदंबरम ने मंगलवार को इसे उत्पीड़न की कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। कार्ति ने एक बयान में कहा, "मुझे हमारे महान देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।" उन्होंने कहा, "अगर यह उत्पीड़न नहीं है, तो क्या है।" उन्होंने ट्विटर पर जारी अपने बयान में कहा कि वह अपने काम से और पारिवारिक यात्रा पर दो सप्ताह पहले ब्रिटेन और यूरोप गए थे। उन्होंने कहा कि पूर्व योजनानुसार मंगलवार को वापस आ रहे हैं।

कार्ति ने कहा, "मुझे इससे डर नहीं लगता कि केंद्र सरकार एक बार फिर अपनी एजेंसियों का इस्तेमाल मुझ पर दुर्भावनापूर्ण और पूरी तरह मनगढ़ंत आरोप लगाने के लिए कर रही है। पहले एजेंसियां हत्या के एक मामले के विचाराधीन संदिग्ध के बयान के आधार पर मेरे पीछे पड़ गयी थीं।" उन्होंने आगे कहा, "अब वे एक मृत व्यक्ति के कथित कृत्यों के आधार पर फर्जी आरोप लगा रहे हैं जिससे मैं कभी मिला नहीं। मैं मेरे जरिए अपने पिता पर निशाना साधने की सभी कोशिशों से लड़ता रहूंगा।"

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