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पीएम मोदी ने किया ऐलान-अमेरिका से व्यापार 2030 तक 500 अरब डॉलर पर होगा, जानिए क्या है इसका मतलब

Modi Trump Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 13 फरवरी को कई मसलों पर बातचीत हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का फोकस 'Make America Great Again' यानी MIGA पर है तो इंडिया का फोकस विकसित भारत पर है जिसका मतलब 'Make India Great Again' यानी MIGA है

अपडेटेड Feb 14, 2025 पर 10:08 AM
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इंडिया और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार अभी 150 अरब डॉलर से कम है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी को एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि इंडिया और अमेरिका के बीच व्यापार 2030 तक 500 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद यह ऐलान किया। दोनों नेताओं के बीच व्यापार सहित कई मसलों पर व्यापक बातचीत हुई। उसके बाद पीएम मोदी और ट्रंप ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इंडिया और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार अभी 150 अरब डॉलर से कम है। इसलिए अगर 5 साल में यह 500 अरब डॉलर तक पहुंच जाता है तो इसका मतलब है कि इंडियन कंपनियों को अपना एक्सपोर्ट बढ़ाने का बड़ा मौका मिलेगा।

इंडिया और अमेरिका के बीच MEGA पार्टनरशिप

पीएम मोदी (Narendra Modi) और ट्रंप (Donald Trump) के बीच वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में कई मसलों पर व्यापक चर्चा हुई। इनमें एनर्जी, डिफेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सबसे अहम हैं। पीएम मोदी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का फोकस 'Make America Great Again' यानी MAGA पर है तो इंडिया का फोकस विकसित भारत पर है जिसका मतलब 'Make India Great Again' यानी MIGA है। उन्होंने कहा कि MIGA और MAGA के साथ आने MEGA पार्टनरशिप बनती है जिसका मकसद समृद्धि है।


अभी इंडिया-अमेरिका व्यापार 129 अरब डॉलर का

अभी अमेरिका इंडिया का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। 2024 में दोनों देशों के बीच 129.2 अरब डॉलर का व्यापार था। पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश ऑयल एंड गैस ट्रेड, रिन्यूएबल एनर्जी में निवेश और रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने कहा, "इंडिया की रक्षा तैयारी में अमेरिका की बड़ी भूमिका है। रणनीतिक और भरोसेमंद पार्टनर होने के नाते हम ज्वाइंट डेवलपमेंट, ज्वाइंट प्रोडक्शन और टेक्नोलॉजी के ट्रांसफर की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"

एनर्जी और डिफेंस में सहयोग पर सबसे ज्यादा फोकस

मोदी ने कहा कि भविष्य में नई टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट से हमारी क्षमता बढ़ेगी। उन्होंने कहा, "हमने ऑटोनोमस सिस्टम अलायंस लॉन्च करने का फैसला किया है। अगले दशक के लिए डिफेंस कोऑपरेशन फ्रेमवर्क तैयार होगा।" इसका मतलब कि दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ने जा रहा है। इसका फायदा कई सेक्टर की कंपनियों को मिलेगा। खासकर एनर्जी और डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के लिए कारोबी मौके बढ़ेंगे।

भारत में लोगों को मिलेगी सुरक्षित, स्वच्छ और सस्ती बिजली

ट्रंप ने भी दोनों देशों के बीच व्यापार की बढ़ती संभावनाओं के बारे में बताया। उन्होंने कहा, "मैं और मोदी एनर्जी से जुड़े एक अहम समझौते पर पहुंचे हैं। इससे अमेरिका इंडिया को ऑयल और गैस का सबसे बड़ा सप्लायर बन जाएगा। इंडिया के साथ सहयोग बढ़ने से अमेरिकी न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी के लिए भी बड़े मौके बनेंगे, जो इंडियन मार्केट में हाई लेवल पर है। इससे करोड़ों भारतीयों को सुरक्षित, स्वच्छ और सस्ती बिजली मिलेगी। साथ ही इंडिया में अमेरिकी सिविलियन न्यूक्लियर इंडस्ट्री को अरबों डॉलर मिलेंगे।" ट्रंप ने यह भी कहा कि इंडिया को F-35 फाइटर जेट बेचने का रास्ता भी साफ हो रहा है।

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इंडिया, मिडिल ईस्ट, यूरोप कॉरिडोर बनेगा  

ट्रंप ने कहा कि इंडिया और अमेरिका एक ऐसा व्यापार मार्ग तैयार करने के लिए सहमत हो गए हैं, जो इतिहास के सबसे बड़े व्यापार मार्गों में से एक होगा। उनका मतलब इंडिया, मिडिल ईस्ट, यूरोप (IMEC) कॉरिडोर से था। यह इंडिया से इजरायल और फिर इटली तक जाएगा। वहां से फिर अमेरिका तक जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे हमारे पार्टनर्स रोड, रेलवे और अंडरसी केबल्स से जुड़ जाएंगे। यह बहुत बड़ा डेवलपमेंट है।

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