Ram Mandir: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है। इसके पहले देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तमिलनाडु के मंदिरों का दौरा कर रहे हैं। पीएम मोदी उन मंदिरों में जा रहे हैं। जिनका संबंध श्रीराम से है। 21 जनवरी 20204 को पीएम मोदी तमिलनाडु के अरिचल मुनाई पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी ने समुद्र तट पर पुष्प अर्पित किए। प्रधानमंत्री मोदी ने वहां ‘प्राणायाम’ भी किया। उन्होंने समुद्र का जल हाथों में लेकर प्रार्थना की और अर्घ्य दिया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनुषकोडी में श्री कोठंडारामा स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की।
दरअसल पीएम मोदी ने रात्रि प्रवास रामेश्वरम में किया था और इसके बाद वह अरिचल मुनाई गए। कहा जाता है कि अरिचल मुनाई वह स्थान है जहां राम सेतु का निर्माण हुआ था।
कोठंडारामा नाम नाम का अर्थ धनुषधारी राम है। यह धनुषकोडी में स्थित है। ऐसा कहा जाता है कि यहीं पर विभीषण पहली बार भगवान राम से मिले थे और उनसे शरण मांगी थी। कुछ किंवदंतियां यह भी हैं कि यही वह स्थान है जहां प्रभु राम ने विभीषण का राज्याभिषेक किया था। श्री कोठंडाराम स्वामी मंदिर का भगवान राम से सीधा नाता है। राम को कोठंडाराम कहा जाता है क्योंकि यहां उन्हें हाथ में धनुष लिए देखा जाता है। वहां बने मंदिर को भी यही नाम दिया गया था। राम सेतु को ‘एडम ब्रिज’ के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा बताया जाता है कि इसका निर्माण भगवान राम ने रावण से युद्ध करने के लिए लंका जाने के वास्ते ‘वानर सेना’ की मदद से किया था। पीएम मोदी ने यहां फूल चढ़ाए।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री मोदी 11 दिनों का व्रत रख रहे हैं। वह गायों को चारा खिलाने, जमीन पर सोने और केवल ताजा पानी पीने की प्रथा का पालन कर रहे हैं। इसी क्रम में वह रामायण में वर्णित पवित्र स्थानों की यात्रा कर रहे हैं।