पेरिस ओलिंपिक से गुरुवार को भारत के लिए खुशखबरी, जब भारतीय हॉकी टीम ने देश को चौथा मेडल दिलाया। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2-1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 30वें और 33वें मिनट में दो गोल दागे, जबकि स्पेन के लिए सिर्फ इकलौता गोल, कप्तान मार्क मिरालेस ने 18वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक से किया। यह मेडल 'द ग्रेट इंडियन वॉल ऑफ इंडियन हॉकी' के नाम से मशहूर भारत के अनुभवी गोल कीपर पीआर श्रीजेश की विदाई से पहले आया है, जिन्होंने इस मैच के साथ अपने शानदार 18 साल के करियर को अलविदा कहा।
वह भारत के अब तक के सबसे बेस्ट गोलकीपर के रूप में जाने जाते हैं। दिन के आखिर में फाइनल में जर्मनी का मुकाबला नीदरलैंड से होगा।
भारत ने की आक्रामक शुरुआत
हॉकी टीम के जीत के साथ, पेरिस ओलिंपिक (Paris Olympics 2024) में भारत के मेडल की संख्या चार हो गई है, जिसमें अब तक सभी ब्रॉन्ज मेडल हैं।
भारत ने मैच की शुरुआत आक्रामक अंदाज में की और खतरनाक तरीके से स्पेन के डिफेंस पर दबाव बनाया। यह रणनीति काम कर गई और भारत पहले पांच मिनट के भीतर स्पेनिश टीम के फाइनल थर्ड में पहुंच गया, क्योंकि सुखजीत सिंह ने पहले क्वार्टर के छठे मिनट में गोल पर भारत का पहला स्वाइप किया।
भारत लगातार आक्रामक रहा, लेकिन स्पेन ने भी अपना धैर्य बनाए रखा। इसी तरह पहले क्वार्टर में कुछ भी नतीजा नहीं निकला और दोनों टीमें बिना स्कोर के बराबरी पर रहीं।
दूसरे क्वार्टर में स्पेन ने बनाई बढ़त
स्पेन जिस आत्मविश्वास पर सवार था, उसने दूसरे क्वार्टर में भी मजबूती बनाए रखी। जेरार्ड क्लैप्स के एक तेज अटैक के कारण अमित रोहिदास ने फाउल कर दिया, जिससे स्पेन को पेनल्टी मिल गई।
पेनल्टी स्ट्रोक में स्पेन के कप्तान मार्क मिरालेस शॉट लगाया, जिसे गोल कीपर पीआर श्रीजेश रोकने की कोशिश की, लेकिन मार्क ने आसानी से टॉप लेफ्ट कॉर्नर से कामयाबी हासिल की और अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
कैसे पलट दी भारत ने बाजी?
इसके बाद भारत थोड़ा घबराहट में आ गया, क्योंकि अब स्पेन एक कदम आगे निकल चुका था। भारत दूसरे क्वार्टर के आखिरी मिनटों में कई पेनल्टी कॉर्नर और फ्रीकिक्स जीतकर जोश में आया, और कप्तान हरमनप्रीत सिंह एक बार फिर मौके पर पहुंचे और एक गोल करके खेल को 1-1 से बराबर कर दिया। दोनों टीमें हाफ टाइम तक बराबरी पर थीं।
डिफेंसिव रैंक और स्पेन के खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ने के बाद, भारत तीसरे क्वार्टर में आत्मविश्वास के साथ सामने आया। जल्द ही, तीन मिनट के खेल के भीतर, मेन इन ब्लू ने एक और पेनल्टी कॉर्नर जीता, और एक बार फिर हरमनप्रीत सिंह ने इसे गोल में बदल कर भारत को 2-1 की बढ़त दिला दी।