देश की कमान संभालने के बाद स्वच्छता को लेकर चलाई जा रही मोदी सरकार की मुहिम रंग लाना शुरू कर दी है। इस मुहिम की वजह से भारत के 8 समुद्री तट यानी Sea Beach (8 Indian beaches) को ब्लू फ्लैग (Blue Flag) सर्टिफिकेट दिया गया है। फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंट एजुकेशन (Foundation for Environment Education) की एक जूरी ने डेनमार्क (Denmark) के वैज्ञानिकों और पर्यावरणविदों की जूरी के फैसले को सही ठहराया है। जिस वजह से 8 भारतीय तटों का नाम भी दुनिया के सबसे साफ-सुथरे बीच की लिस्ट में शामिल हो गया है।
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने इस सम्मान के लिए खुशी जाहिर की है। ब्लू फ्लैग दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित और मान्यता प्राप्त स्वैच्छिक इको लेबल अवॉर्ड है, जो समुद्र तटों, मरीना बीच और सस्टेनेबल बोटिंग टूरिज्म ऑपरेटर्स को दिया जाता है। समुद्र तटों को पर्यावरण हितैषी बनाने के लिए ब्लू फ्लैग कार्यक्रम को फ्रांस के पेरिस से शुरू किया गया था और करीब दो साल के भीतर ही यूरोप के करीब सारे समुद्र तटों को इस तमगे से नवाज दिया गया। अब भारत के भी 8 समुद्र तटों को इस तमगे से नवाजा जाना है।
ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट डेनमार्क की पर्यावरण के लिए काम करने वाली संस्था फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) देती है। इसके लिए चार प्रमुख आधारों पर आकलन किया जाता है, जिनमें पर्यावरण शिक्षा एवं सूचना, नहाने के पानी की गुणवत्ता, पर्यावरण प्रबंधन और समुद्र तटों पर संरक्षण, सुरक्षा एवं सेवा शामिल है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पांच राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के आठ समुद्री तटों को अंतरराष्ट्रीय सर्टिफिकेट ब्लू फ्लैग दिया गया है। यह प्रमाणन एक अंतरराष्ट्रीय जूरी द्वारा किया जाता है, जिसमें संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO), डेनमार्क स्थित NGO फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) और इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) के प्रख्यात सदस्य शामिल होते हैं।
बयान में कहा गया है कि जिन भारतीय समुद्र तटों को ब्लू-फ्लैग सर्टिफिकेट दिया गया है, उनमें गुजरात में शिवराजपुर (Shivrajpur beach in Gujarat), दीव में घोघला (Ghoghla in Diu), कर्नाटक में कासरकोड और पदुबद्री (Kasarkod and Padubidri in Karnataka), केरल में कप्पाड़ (Kappad in Kerala), आंध्र प्रदेश में रुशिकोंडा (Rushikonda in Andhra Pradesh), ओडिशा में गोल्डन (Golden in Odisha) और अंडमान और निकोबार का राधानगर (Radhanagar in Andaman & Nicobar) समुद्र तट शामिल हैं।
जावड़ेकर ने कई ट्वीट कर कहा कि भारत के लिए गर्व का क्षण। सरकार द्वारा अनुशंसित किए गए सभी आठ समुद्र तटों को अंतरराष्ट्रीय ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट मिला। सरकार ने 18 सितंबर को इन आठ तटों को प्रतिष्ठित इंटरनेशनल इको लेबल ब्लू फ्लैग प्रमाणन के लिए अनुशंसित किया था। ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट देने के लिए कुल 33 स्टैण्डर्ड तय किए गए हैं, लेकिन उनमें से कुछ मानक प्रमुख हैं जिनको पूरा करने के बाद ही अन्य को जांचा और परखा जाता है। सभी मानदंडों में से कुछ स्वैच्छिक होते हैं तो कुछ अनिवार्य भी हैं।
बता दें कि एशिया में भारत को मिलाकर सिर्फ चार देशों के पास ब्लू फ्लैग आ सका है। इनमें जापान, UAE और साउथ कोरिया हैं। ब्लू फ्लैग सूची के तहत फिलहाल स्पेन के पास दुनिया में सबसे ज्यादा 566 समुद्री तट हैं जो साफ हैं, जबकि ग्रीस के 515 और फ्रांस के 395 तटों को यह दर्जा मिला हुआ है। यानी इन तटों में प्रदूषण का स्तर काफी कम है। समुद्री तटों को स्वच्छ बनाने की मुहिम चलाने वाली संस्था FEE (Foundation for Environmental Education) एक गैर-सरकारी संस्था है, जिसके 60 सदस्य देश हैं। हर वर्ष FEE अपने सदस्य देशों के तटों को स्वच्छता के आधार पर चुनती और फ्लैग देती है।
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