क्रीमिका (Cremica) ब्रांड के नाम से बिस्कुट बनाने वाली कंपनी Mrs Bectors Food Specialities का IPO निवेशकों के बीच जबरदस्त हिट साबित हुआ। कंपनी के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) को 198 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ। कंपनी के IPO को गुरुवार तक सब्सक्राइब किया जा सकता था। कंपनी का IPO मंगलवार को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और पहले कुछ घंटों में ही कंपनी के पब्लिक ऑफर को 100 फीसदी से ज्यादा सब्सक्रिप्शन हासिल हो गया था। इससे पहले इसी महीने Burger King India के IPO को कुछ घंटों के भीतर ही 100 फीसदी से ज्यादा सब्सक्रिप्शन हासिल हो गया था।

Mrs Bectors का IPO इस साल सबसे सुपरहिट रहा। इश्यू के आखिरी दिन भी निवेशकों ने कंपनी के शेयर के लिए जमकर आवेदन दिए, जिसके साथ इश्यू साइज से 199 गुना अधिक सब्सक्राइब हुआ। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस कंपनी की को-फाउंडर रजनी बेक्टर (Rajni Bector) का यहां तक पहुंचने का सफर कितना इंस्पायरिंग है। चलिए, हम आपको बताते हैं कैसे रजनी ने 20,000 रुपये से कैसे बिस्कुट बनाने की शुरूआत की और 1,000 करोड़ रुपये की कंपनी खड़ी कर दी...

पाकिस्तान से शुरू हुई रजनी की कहानी

रजनी बेक्टर की यात्रा पाकिस्तान से शुरू हुई। रजनी बेक्टर अविभाजित कराची (Karachi) में पैदा हुईं लेकिन इंडिया-पाक बंटवारे के समय वह अपने परिवार के साथ दिल्ली चली आई। आपको जानकर काफी आश्चर्यजनक होगा कि उन्होंने 1978 में लुधियाना में 20,000 रुपये के निवेश के साथ शुरू हुई Mrs Bectors Food Specialities को 1,000 करोड़ रुपये की कंपनी में बदल दिया। रजनी बेक्टर ने अपना बचपन लाहौर में बिताया, जहां उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी थे। भारत-पाक विभाजन के बाद उनका परिवार दिल्ली चला आया। 17 साल की उम्र में रजनी ने लुधियाना के धरमवीर बेक्टर (Dharamvir Bector) से शादी की और फिर पढ़ाई पूरी की। शादी के बाद रजनी अपने पति और तीन बेटों की जिम्मेदारी संभालने लगी।

शौक के चलते शुरू किया कारोबार

बेक्टर को खाना बनाने का बहुत शौक था, इसलिए उन्होंने पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (Punjab Agricultural University) में एक बेकिंग कोर्स (Baking Cours) में दाखिला लिया। इस दौरान उन्होंने अपनी आइसक्रीम, केक और कुकीज ट्राई के लिए लोगों को आमंत्रित किया, जहां उनमें से कुछ ने रजनी को अपना कारोबार शुरू करने का सुझाव दिया। लोगों की सलाह पर 70 के दशक में पहले उन्होंने आइसक्रीम बनाना शुरू किया और 1978 में 20,000 रुपये के शुरुआती निवेश के साथ उन्होंने बिस्कुट, कुकीज और केक बनाने का काम शुरू कर दिया। रजनी अपनी मेहनत और लगन के दम पर आज Mrs Bectors Food Specialities की मालिकन हैं।

20 हजार रुपये से खड़ी की 1000 करोड़ की कंपनी

उनकी कंपनी के बिस्कुट, ब्रेड और आइसक्रीम 60 से भी अधिक देशों में एक्सपोर्ट किए जाते हैं, जिससे उनका सलाना टर्नओवर 1,000 करोड़ रुपये हो जाता है। रजनी बेक्टर की कंपनी फास्ट फूड चेन मेक्डोनाल्ड्स और बर्गर किंग को भी ब्रेड सप्लाई करती है। जब उनके बच्चें बोर्डिंग स्कूल चले गए तब उन्होंने लुधियाना में फूड कंपनी Cremica की एक छोटी से यूनिट स्थापिक की। अब Mrs Bectors का क्रेमिका नॉन-ग्लूकोज सेगमेंट में उत्तर भारत का प्रमुख बिस्कुट ब्रैंड बन चुका है। 2013 में रजनी बेक्टर के तीन बेटों, अजय, अनूप और अक्षय बेक्टर के बीच कारोबार को बराबर-बराबर विभाजित किया गया था। कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2018 में 693 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2015 में 762 करोड़ रुपये हो गया है और यह आज लगभग 1,000 करोड़ रुपये की कंपनी है।

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