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IPO के मामले में भी इंडिया बना दुनिया में नंबर वन, अमेरिका से ज्यादा आईपीओ इंडिया में आए

EY Global IPO Trends 2024 से दुनियाभर में आईपीओ से जुड़ी अहम जानकारियां मिली हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीओ की संख्या के लिहाज से इंडिया दुनिया में नंबर वन रहा। लेकिन, वैल्यू के लिहाज से अमेरिका फिर से दुनिया में नंबर वन बन गया

अपडेटेड Feb 25, 2025 पर 11:11 AM
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इंडिया में 2024 में आईपीओ के जरिए 19.9 अरब डॉलर जुटाए गए।

इंडिया आईपीओ की संख्या के लिहाज से दुनिया में पहले पायदान पर पहुंच गया है। इंडिया में 337 आईपीओ (एसएमई सहित) आए, जबकि अमेरिका में यह संख्या 183 रही। यूरोप के मुकाबले इंडिया में ढाई गुना ज्यादा आईपीओ आए। 'ईवाय ग्लोबल आईपीओ ट्रेंड्स 2024' की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है। यह रिपोर्ट इस हफ्ते की शुरुआत में आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तेज इकोनॉमिक ग्रोथ और इनवेस्टमेंट को बढ़ावा देने वाली पॉलिसी की बदौलत इंडिया बदलती आर्थिक और जियोपॉलिटिकल स्थितियों का फायदा उठाने के मामले में आगे रहा है।

आईपीओ से कंपनियों ने जुटाए 20 अरब डॉलर

इस रिपोर्ट के मुताबिक, इंडिया में 2024 में IPO के जरिए 19.9 अरब डॉलर जुटाए गए। यह पिछले दो दशक में इंडिया में आईपीओ से जुटाया गया सबसे ज्यादा अमाउंट है। अगर वैल्यू के लिहाज से देखें तो अमेरिका फिर से दुनिया में नंबर वन बन गया है। 2024 में अमेरिका में आईपीओ से 32.8 अरब डॉलर जुटाए गए। अमेरिका ने 2021 के पीक के बाद से फिर से आईपीओ से जुटाए गए पैसे के मामले में नंबर वन पर आ गया है। इंटरनेशनल लिस्टिंग के लिहाज से भी अमेरिका नंबर वन है।


मलेशिया में आईपीओ से जुड़ी गतिविधियां रिकॉर्ड ऊंचाई पर

2024 में एशिया-पैसिफिक में लिस्टिंग एक्टिविटी एक दशक में सबसे कम रहीं। इसकी बड़ी वजह चीन में सख्त नियम हैं। हालांकि, हांगकांग में ट्रेंड इसके उलट देखने को मिला। हांगकांग की कंपनियों ने अपने मार्केट के साथ ही विदेश में ज्यादा आईपीओ पेश किए। रिपोर्ट के मुताबिक, मलेशिया में आईपीओ से जुड़ी गतिविधियां 19 साल की ऊंचाई पर पहुंच गईं। इसकी बड़ी वजह लिक्विडिटी और वैल्यूएशन रही। साथ ही इसमें सरकार की इकोनॉमिक पॉलिसी का भी हाथ रहा। इससे फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टर्स ने निवेश में दिलचस्पी दिखाई।

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आईपीओ पेश करने में TMT कंपनियां आगे रहीं

पिछले साल आईपीओ मार्केट के विस्तार में प्राइवेट इक्विटी फर्मों और वेंचर कैपिटल फर्मों की बड़ी भूमिका रही। दुनियाभर में आईपीओ से जुटाए गए अमाउंट में उन कंपनियों की हिस्सेदारी 46 फीसदी रही, जिन्हें पीई और वीसी कंपनियों का सपोर्ट हासिल था। दुनियाभर में आईपीओ से पैसे जुटाने में टेक, मीडिया टेक्नोलॉजी (TMT), इंडस्ट्रियल और कंज्यमूर सेक्टर की कंपनियां सबसे आगे रहीं। EY की रिपोर्ट के मुताबिक, 2025 में भी दुनियाभर में आईपीओ से पैसे जुटाने में TMT कंपनियों के आगे रहने की उम्मीद है।

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